जेई की मौत के बाद दो महिलाओं ने पेश किया नौकरी का दावा, दोनो ने कहा. मैं हूं उनकी पत्नी….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
गोरखपुर। विद्युत वितरण खंड प्रथम के भटहट उपकेंद्र पर तैनात रह चुके दिवंगत अवर अभियंता जेई पीके पाल के बेटे को नौकरी मिलेगी। जेई के सर्विस बुक में नामिनी के रूप में उनकी पत्नी मंजू का नाम दर्ज है। इनके पास उत्तराधिकार प्रमाण पत्र भी है। इस आधार पर अफसर प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में जुटे हैं।
दूसरी महिला ने आधारकार्ड मंदिर में शादी की फोटो दिखाया
इधर एक महीने से खुद को जेई की पत्नी बताने वाली महिला अब तक शादी का कोई वैध प्रमाण पत्र नहीं दे सकी है। हालांकि महिला ने जेई की पत्नी होने का दावा करने साथ आधारकार्ड मंदिर में शादी की फोटो और स्टैंप पर दोनों की फोटो के साथ शपथ पत्र दिया है।
कोरोना संक्रमण से हो चुकी है अवर अभियंता की मौत
तकरीबन डेढ़ महीने पहले पीके पाल की कोरोना संक्रमण से बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में मौत हो गई थी। मौत के तीन दिन बाद एक महिला ने खुद को पीके पाल की पत्नी बताते हुए उत्तराधिकारी बनाने का दावा किया। उसने पेंशन का भी दावा किया है। दूसरी महिला का कहना है कि पीके पाल ने उससे शादी की थी और उनका बेटा भी है।
दूसरे दिन दी गई थी धनराशि
पीके पाल की मौत के दूसरे दिन ही बिजली निगम के अफसरों ने देवरिया में रहने वाली उनकी पत्नी मंजू को अवकाश नकदीकरण व अनुग्रह धनराशि के रूप में 7. 27 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इसके अलावा खंड के अधिशासी अभियंता ने 24 मई को लगभग 20 लाख रुपये मंजू के खाते में आरटीजीएस किए हैं।
महिला ने शादी का वैध प्रमाण पत्र नहीं प्रस्तुत किया है। उससे कई बार प्रमाण पत्र मांगा गया है। पूरा प्रकरण विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता हवलदार रावत देख रहे हैं। . राजीव चतुर्वेदी अधीक्षण अभियंता ग्रामीण।