नौकरी के नाम पर दोस्त से ही वसूला इतने लाख रुपये, आरोपित पर मुकदमा दर्ज….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र ने बीएचयू में क्लर्क की नौकरी दिलाने के नाम पर अपने दोस्त से ही जालसाजी कर नौ लाख रुपये वसूल लिए। भुक्तभोगी को न नौकरी और न ही पैसा मिला। दोस्त की जालसाजी के शिकार को धमकियां मिलनी शुरू हो गई। परेशान होकर भुक्तभोगी ने शुक्रवार को लंका थाने में तहरीर देकर अभिषेक श्रीवास्तव और उसके पिता अजय श्रीवास्तव के खिला 406, 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। लंका पुलिस मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच में जुट गई।
मूलरूप से सेहबरपुर रतनपुरा, हलधरपुर मऊ के रहने वाले कृष्ण मोहन पांडेय बीएचयू से विधि की पढ़ाई करने के बाद लंका क्षेत्र में किराए पर कमरा लेकर तैयारी करते हैं। कृष्ण मोहन का आरोप है कि एक दिन विश्वनाथ मंदिर पर पुराने परिचित अभिषेक श्रीवास्तव से मुलाकात हो गई। बातचीत के दौरान अभिषेक ने बीएचयू में क्लर्क की नौकरी दिलाने की बात की। उसने कहा कि मेरे पिता की बीएचयू के रजिस्ट्रार से अच्छी बनती है। इसके बाद उसने फोनकर 5 लाख रुपये और सारे कागजात भेजने को कहा।
कृष्णमोहन ने डेढ़ लाख रुपये उसके खाते में ट्रांसफर कर दिया। बाकी 7.50 लाख रुपये लेकर अभिषेक ने सी 302 अंसल नील पदम् कुंज गाजियाबाद में कृष्ण मोहन को बुलाया। वहां पहुंचने पर सारा पैसा अपने पिता अजय श्रीवास्तव को दिलाने के बाद बोला कि जल्द ही नौकरी लग जाएगी। कुछ दिन बीतने के बाद अभिषेक को काल करने पर फोन नहीं उठाता था और यदि फोन उठाता भी तो पैसा भूल जाने की धमकी देता था।