इनके सुरक्षा में चूक पर 14 पुलिसकर्मी निलंबित, जानें क्या है मामला…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
ग्वालियर। दिल्ली से सड़क मार्ग से ग्वालियर आ रहे राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया की सुरक्षा में रविवार रात पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मुरैना.ग्वालियर की सीमा पर निरावली प्वाइंट से ग्वालियर के ट्रिपल आइटीएम तक की सात किलोमीटर की दूरी तक सिंधिया का काफिला बिना सुरक्षा के आया। ग्वालियर की पुलिस किसी अन्य वाहन को फालो करती रही। मुरैना पुलिस सिंधिया की गाड़ी को राजस्थान.मध्य प्रदेश की सीमा पर सरायछोला से फालो नहीं कर पाई। इस लापरवाही पर मुरैना पुलिस के नौ और ग्वालियर के पांच पुलिकर्मियों को निलंबित किया कर दिया गया है। राज्यसभा सदस्य सिंधिया को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है।
ऐसे में इस लापरवाही के बारे में ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक अमित सांधी ने बताया कि निर्धारित मापदंडों के अनुसार ग्वालियर पुलिस को मुरैना बार्डर से सिंधिया के काफिले को पायलट व फालो कर जयविलास पैलेस तक लाना था। दोनों जिलों की पुलिस में संवाद नहीं होने के कारण चूक हुई है।
सांघी ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री को मुरैना पुलिस द्वारा मध्य प्रदेश.राजस्थान सीमा पर ले जाना था और बाद में यह कार्य उनके ग्वालियर की पुलिस द्वारा किया जाना था। हालांकि मुरैना पुलिस एक अन्य वाहन को ले गईए जो सिंधिया की गाड़ी जैसी सी ही थी।। उन्होंने कहा कि राज्यसभा सांसद ने बिना किसी सुरक्षा के ग्वालियर में प्रवेश किया क्योंकि मुरैना पुलिस ने अपने ग्वालियर के समकक्षों के साथ उनके मूवमेंट की जानकारी साझा नहीं की थी।
गौरतलब है कि प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ कई बार प्रदर्शन हो चुका है। खासकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा। कई जगहों पर उन्हें काले कपड़े दिखाए गए। इसीलिए पुलिस उनकी सुरक्षा में कोई चूक नहीं करना चाहती है। इसके साथ ही हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में बदलाव की संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं। जिन नामों को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने की सबसे ज्यादा संभावना व्यक्त की जा रही है। उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम शामिल है। इस कारण भी पुलिस उनकी सुरक्षा में कोई चूक नहीं करना चाहती है।