चंदौलीः यहां हुआ बाल संरक्षण व जूविनाइल जस्टिस एक्ट के विषय पर, एएसपी व सीओ नौगढ़ ने कहा…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
चंदौली। मंगलवार को एएसपी अनिल कुमार व नौगढ़ सीओ श्रुति गुप्ता के अध्यक्षता में चंदौली स्थित पुलिस लाइन सभागार में बाल संरक्षण तथा जूविनाइल जस्टिस एक्ट के विषय पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में जनपद के पुलिसकर्मी व अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान बच्चों के मनोविज्ञान, बाल अपराधियों की सामाजिक पृष्ठभूमि तथा जूविनाइल जस्टिस एक्ट के नियमों पर चर्चा की गई। चर्चा के दौरान इस बात पर महत्व दिया गया पुलिस किस तरह से बाल अपराधियों को सोशल बैकग्राउंड रिपोर्ट के जरिए हार्ड क्रिमिनल बनने से रोक सकती है।
एएसपी ने कहा कि बाल संरक्षण में पुलिस की भूमिका काफी अहम होती है। पुलिस की सक्रियता से बाल संरक्षण को बल मिल सकता है। बच्चों के अधिकारों के प्रति पुलिस प्रशासन को सजग रहना जरुरी है। ताकि बच्चों को संविधान प्रदत्त अधिकार मिल सके।
अगर कहीं नाबालिग लड़के या लड़की की शादी होती है तो इस तरह की शादी को रोकने के लिए पुलिस को पहल करनी चाहिए ताकि बाल विवाह निषेध कानून का अनुपालन हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि गर्भस्थ शिशु से लेकर 18 वर्ष से कम तक के बच्चे.बच्ची किशोर न्याय अधिनियम.2015 के अधीन आता है। उन्होंने बाल संरक्षण में पुलिस की भूमिका के बारे में हर पहलू की जानकारी विस्तार से दिया।
वहीं नौगढ़ सर्किल की सीओ ने कहा कि किसी भी राष्ट्र का निर्माण और राष्ट्र का भविष्य उस राष्ट्र के बच्चों पर निर्भर होता है यदि बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करना अतिआवश्यक हैं। उनके बिगड़ने से राष्ट्र का भविष्य भी असुरक्षित हो जाएगा। समय और परिस्थितियों के अनुरूप ऐसे बच्चों की संख्या बढ़ती चली जा रही है जो बालक आयु में ही अपराध कर बैठते हैं। परिवार वाले उनको अच्छे संस्कार दें। परिवार को प्रथम पाठशाला भी कहते हैं।
इस दौरान जस्टिस जूविनाइल बोर्ड सदस्य नरेंद्र प्रताप सिंह, डीसीपीयू प्रियंवदा सिंह, बाल शिशु कोऑर्डिनेटर अरविंद कुमार तथा डीसी मुगलसराय गणेश विश्वकर्मा उपस्थित रहे।