Saturday, April 27, 2024
उत्तर-प्रदेशलखनऊ

वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थियों के लिए जरूरी सूचना, इस बार इसके बाद ही खाते में पहुंचेंगे रुपये…..

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

लखनऊ। इस बार गरीब बुजुर्गों को पहली तिमाही यानी अप्रैल, मई और जून की वृद्धावस्था पेंशन भौतिक सत्यापन के बाद दी जाएगी। उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को 15 जून तक लाभार्थियों का सत्यापन कर डाटा अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। सत्यापन के बाद जितने भी अपात्र मिलेंगे या जिनकी मृत्यु हो गई है। उनके नाम हटा दिए जाएंगे। इनके स्थान पर नए लाभार्थियों को पेंशन योजना में शामिल किया जाएगा। ऐसे में इस महीने के अंत में पेंशन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

दरअसल, वृद्धावस्था व किसान पेंशन योजना के तहत 60 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के गरीब बुजुर्गों को प्रदेश सरकार 500 रुपये प्रतिमाह पेंशन देती है। वर्तमान में 51 लाख से अधिक बुजुर्गों को पेंशन मिल रही है। हर साल लाभार्थियों का सरकार भौतिक सत्यापन कराती है। इसके लिए जिलाधिकारी अपने.अपने यहां टीम बनाकर यह देखते हैं कि जिन्हें पेंशन मिल रही है वे पात्र हैं या नहीं। यदि कहीं फर्जीवाड़ा मिलता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।

पिछले वर्ष लॉकडाउन के कारण लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन नहीं हो पाया था। साथ ही जून के पहले सप्ताह में कोविड महामारी को देखते हुए वृद्धावस्था, निराश्रित महिला, दिव्यांगजन व कुष्ठावस्था पेंशन के लाभार्थियों को एक साथ खाते में पेंशन की धनराशि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रांसफर कर दी थी। इन्हें पेंशन की एक किस्त के साथ ही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत एक.एक हजार रुपये अतिरिक्त दिए गए थे लेकिन इस बार सरकार भौतिक सत्यापन के बाद ही लाभार्थियों के खाते में पेंशन भेजेगी।

वृद्धावस्था पेंशन 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के गरीब बुजुर्गों को दी जाती है। योजना का लाभ उन्हें मिलता है जिनकी आय ग्रामीण क्षेत्रों में 46,080 व शहरी क्षेत्रों में 56,460 रुपये वार्षिक तक होती है। इसके तहत 500 रुपये महीना दिया जाता है। यह पेंशन तीन.तीन महीने की एक साथ यानी साल में चार किस्तों में दी जाती है। यूं तो हर साल अप्रैल व मई महीने में बुजुर्गों का भौतिक सत्यापन कराया जाता है। इसके बाद जून माह में अप्रैल, मई व जून की एक साथ पेंशन दी जाती है। पिछले वर्ष सत्यापन का काम नहीं हो पाएगा था। इसलिए इस भौतिक सत्यापन करवाने के निर्देश दिए गए हैं।

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