यूपी बोर्ड ने 24 घंटे में मांगा मासिक टेस्ट का विवरण, प्रमोट करने की रूपरेखा बनाने में जुटा बोर्ड…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। कोरोना महामारी के मद्देनजर यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं रद्द कर दी है। शासन के निर्देश पर बोर्ड दसवीं व बारहवीं के छात्रों को प्रमोट करने की रूपरेखा बनाने में जुटा हुआ है। इस क्रम में बोर्ड ने सभी विद्यालयों ने कक्षा.10 व 12 के परीक्षार्थियों के प्री.बोर्ड व उन्हीं छात्राें के कक्षा.नौ की वार्षिक तथा 11 का अर्द्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा का प्राप्तांक व पूर्णांक मांगा था। अब बोर्ड ने कक्षा.कक्षा दस के छात्रों पिछले वर्ष का भी पूरा रिकार्ड तलब किया है। इस क्रम में सभी विद्यालयों को कक्षा.नौ में आयोजित कह गई मासिक टेस्ट व छमाही परीक्षा का भी विषयवार प्राप्तांक व पूर्णांक 24 घंटे के भीतर वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया है।
वहीं प्राइवेट परीक्षार्थियाें को लेकर अब भी झाम फंसा हुआ है। व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का प्री.बोर्ड एग्जाम नहीं हुआ था। दूसरी ओर व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में इस बार हाईस्कूल व इंटर का परीक्षा फार्म भरने वाले छात्रों का पिछला रिकार्ड नहीं मिल रहा है। ऐसे में छात्रों ने सत्र 20़18.19 या इससे पहले कक्षा.नौ या कक्षा.11 की परीक्षा उत्तीर्ण की है। वहीं कक्षा.नौ या 11 किसी विद्यालय से किया और इस वर्ष प्राइवेट फार्म किसी दूसरे विद्यालय से भरे हैं। इसे देखते हुए बोर्ड ने पूर्ववर्ती विद्यालयों से संपर्क कर कक्षा.नौ व 11 अर्द्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा का प्राप्तांक व पूर्णांक मांगाने का निर्देश दिया है ताकि वेबसाइट पर अपलोड किया जा सके।
जुटे तो कुछ ने जताई आपत्ति
बोर्ड के आदेश मिलते ही कई विद्यालयों ने मासिक टेस्ट व छमाही परीक्षा का विवरण वेबसाइट पर अपलोड करने में जुट गए। वहीं परीक्षार्थियाें का विवरण अपलोड करने के लिए महज 24 घंटे की मोहलत दिए जाने पर कुछ विद्यालयों ने आपत्ति जताई है। कहा कि चार जून तक सभी परीक्षार्थियों का पिछले रिकार्ड की तलाश कर वेबसाइट पर अपलोड करना संभव नहीं है। बोर्ड को इसके लिए कम से कम पांच दिनों का समय देना चाहिए। उधर डीआइओएस डाण् वीपी सिंह का कहना है सभी विद्यार्थियों में परीक्षार्थियों का रिकार्ड सुरक्षित रखने का पहले से ही निर्देश है। ऐसे में विद्द्यालयों को पिछले साल का रिकार्ड देखकर वेबसाइट पर अपलोड करना है। इसके लिए एक दिन का समय पर्याप्त है। उन्होंने चार जून तक बोर्ड की वेबसाइट पर परीक्षार्थियों का विवरण अपलोड न करने पर संबंधित विद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।