अनुपस्थित रहने के बावजूद वेतन निकलवाने के लिए राजनीतिक दबाव डालना सफाई कर्मी को पड़ा महंगा…..डीपीआरओ ने तत्काल प्रभाव से किया निलंबित….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
रिपोर्ट-राम आशीष भारती
चकिया, चंदौली। स्थानीय विकास खंड के भभौरा गांव में तैनात सफाई कर्मी महेश कुमार द्वारा मोबाइल बंद रखने, फरवरी माह से लगातार गायब रहने व कोरोना महामारी के समय गांव में साफ सफाई न किए जाने की रिपोर्ट एडीओ पंचायत सत्येन्द्र श्रीवास्तव द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी ब्रह्चारी दूबे को भेजा गया था। जिस पर डीपीआरओ ने कार्यवाई करते हुए सफाई कर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं सफाई कर्मी को निलंबन अवधि तक धानापुर विकास खंड से सबद्ध कर दिया।
रक्षामंत्री के पैतृक गांव भभौरा में तैनात सफाई कर्मी बीते 27 फरवरी से लगातार अनुपस्थित चल रहा था। सफाई कर्मी से जब भी संपर्क अधिकारी द्वारा स्थापित किया गया तो उसका मोबाइल बंद मिला। वहीं अनुपस्थित अवधि का वेतन निकलवाने के लिए राजनीतिक दबाव डाला गया। साथ ही गांव में व्याप्त गंदगी होने की रिपोर्ट बीते 27 मई को एडीओ पंचायत ने डीपीआरओ को दिया। जिस पर डीपीआरओ ने अनुपस्थित अवधि का वेतन निकलवाने के लिए राजनीतिक दबाव डालने व शासकीय कार्यो में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए धानापुर विकास खंड से सबद्ध कर दिया। वहीं मोबाइल पर बात करते हुए डीपीआरओ ने कहा कि अगर कोई भी सफाई कर्मी ऐसी हरकत करेगा तो किसी को बकसा नहीं जायेगा।