दहेज लाेभियों के कारण एक बेटी दुल्हन नहीं बन सकी, उसकी मेहंदी सुर्ख होने से पहले ही हुई धूमिल….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
प्रयागराज। विज्ञान चाहे जितना प्रगति कर लेए लोग हाईटेक हो जाएं लेकिन दकियानूसी परंपरा अभी भी पीछा नहीं छोड़ रही है। आज भी दहेज लोभी हैं। जो इस गलत व्यवस्था को प्रश्रय दे रहे हैं। दहेज लोभियों के चलते ही प्रयागराज की एक बेटी दुल्हन नहीं बन सकी। उसके हाथों में लगी मेहंदी सुर्ख होने से पहले ही धूमिल हो गई। वह होने वाले शौहर के गले में जयमाल डालने का इंतजार करती रही। लेकिन दहेज के लालच मेंं दूल्हा बरात लेकर उसके दरवाजे नहीं पहुंचा। बेटी की हालत देख मजबूर पिता ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
मामला प्रयागराज जनपद के यमुनापार में औद्योगिक थाना क्षेत्र का है। यहां के एक गांव निवासी व्यक्ति ने अपनी बेटी की शादी फूलपुर थाना क्षेत्र में तय की थी। 29 मई को बरात आनी थी। इसके लिए कई दिनों से तैयारी चल रही थी। घर मेंं रिश्तेदार भी जुटे थे। शहनाई और ढोलक की थाप पर महिलाएं थिरक रहीं थीं।
अचानक दूल्हे पक्ष से दहेज की हुई मांग
घर मेंं खुशी का माहौल उस समय गमगीन हो गया जब दूल्हे पक्ष की ओर से दहेज में कार बाइक इन्वर्टर की मांग की गई। अचानक दहेज की मांग और न देने पर बरात न लाने की धमकी दी गई। इससे हंसी.खुशी का पल सन्नाटे में बदल गया। घर की महिलाएं सिसकने लगी। बेटी की खुशी के लिए पिता ने वर पक्ष से मिन्नतें कीं लेकिन काफी प्रयास के बाद भी समस्या का हल न निकला। लड़का पक्ष मानने को नहीं तैयार हुआ।
कन्या पक्ष ने थाने में दी तहरीर
इसके बावजूद घरवाले देर शाम तक यह उम्मीद लगाए थे कि शायद वर पक्ष मान जाए और बरात आएगी। हालांकि उन्हें मायूस ही होना पड़ा। इसके बाद लड़की के पिता ने थाने में वर पक्ष के खिलाफ तहरीर दी। लड़की के पिता का आरोप है कि लड़के के पिता को पिछले वर्ष एक लाख रुपये नकद दिया था।