यहां जब फरार गैंगेस्टर ने ली प्रधानी की शपथ, पोल खुली तो गिरफ्तार, डीआईजी ने दिए जांच के आदेश
लखनऊ, पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बीस हजार रुपए के फरार गैंगेस्टर ने मंगलवार को शासन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में प्रधानी की थपथ ले ली और भगतपुर पुलिस को इसकी भनक भी नहीं लगी। उधर, जब यह जानकारी बरेली एसटीएफ को हुई तो टीम ने दबिश देकर बुधवार को बीस हजार रुपए के फरार गैंगेस्टर और नवनिर्वाचित प्रधान को साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर एसएसपी द्वारा बीस-बीस हजार रुपए का इनाम घोषित है। डीआईजी शलभ माथुर ने पूरे प्रकरण को गंभीर मानते हुए जांच के निर्देश दिए हैं।
एसटीएफ इंस्पेक्टर अजयपाल सिंह ने बताया कि टीम ने बुधवार सुबह बीस हजार रुपए के इनामी गैंगस्टर बंटी सैनी निवासी बल्देवपुरी कटघर को रामगंगा पुल से तमंचे के साथ गिरफ्तार किया। बंटी की निशानदेही पर सिविल लाइंस थाने से गैंगेस्टर के मामले में फरार चल रहे व बीस हजार के इनामी संजय सिंह निवासी निवाड़ खास थाना भगतपुर को भी मझोला के टीपी नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। हैरत की बात है कि फरारी काट रहे संजय ने इस दौरान न केवल प्रधानी का चुनाव लड़ा बल्कि जीत भी गया। मंगलवार को सरकारी कार्यक्रम में वर्चुअली प्रधानी की शपथ भी ले ली।
पुलिस पूछताछ में संजय ने बताया कि वह बंटी के साथ मिलकर एल्कोहल से अवैध शराब बनाने और बोतलों की नकली पैकिंग करने और शराब की बोतलों पर अवैध बार कोड बनाने का काम करता था। इसके कारण वह पहले भी जेल भी जा चुका है
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने उसकी गिरफ्तारी पर 20 हजार रुपए का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसके बाद भी संजय ने पुलिस की आंख में धूल झोंककर प्रधानी का चुनाव लड़ा। गांव में जनसंपर्क किया और चुनाव जीत भी गया। मंगलवार को उसने प्रधानी की शपथ भी ले ली लेकिन पुलिस को इसकी हवा भी नहीं लगी लेकिन वह एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। इस गिरफ्तारी में एसआई राघवेंद्र सिंह और मोअज्जम अली की भूमिका भी खास रही।
पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया जा रहा है। मामले की जांच कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में दोषी पुलिस कर्मियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
डीआईजी शलभ माथुर