रात में वाहन नहीं मिला तो महिला ने पुलिस को किया फोन, जानें. पुलिस ने क्या किया…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
गोरखपुर। पिपराइच कस्बे से घर जाने के लिए रात वाहन नहीं मिलने पर एक महिला पुलिस से मदद मांगी। महिला हेल्प डेस्क की कांस्टेबल में रात भर उसे अपने आवास पर रखा और सुबह रिश्तेदार के आने पर उसे सुपुर्द कर दिया।
यह है मामला
मिश्रौलिया गांव निवासिनी सीमा पति की पिटाई से खिन्न होकर पिपराइच कस्बे में अपनी एक सहेली के घर आईं। लेकिन वह भी कहीं बाहर गई थी। घर पर ताला बंद था। महिला वापस घर लौटने के लिए वाहन तलाशने लगी। लेकिन रात करीब साढ़े आठ बजे तक उसे कोई वाहन नहीं मिला। ऐसे में महिला पिपराइच थाने पहुंच गईं। बताया कि उसका पति शराबी है। आये.दिन उसे मारता पीटता है।
इससे नाराज होकर वह पिपराइच में अपनी एक सहेली के यहां रहने आई थी। थानाध्यक्ष उपेंद्र मिश्र ने महिला को महिला डेस्क के पास भेज दिया। महिला डेस्क की कांस्टेबल ने महिला को रात भर अपने आवास पर रखा और सुबह उसके एक रिश्तेदार आ गए तो पुलिस ने महिला को उनकी सुपुर्दगी में दे दिया।
महिला को आत्महत्या करने से बचाया
उधर पति से विवाद होने पर एक महिला आत्महत्या करने नंदानगर रेलवे क्रासिंग के पास पहुंची महिला को पीआरवी के सिपाहियों ने बचाया। मामले की जानकारी देने पर पहुंचे रिश्तेदार साथ ले गए। रात में ही रास्ता भूलकर यातायात तिराहा पर पहुंचे बुजुर्ग को देख पीआरवी के सिपाहियों ने उनके स्वजन को बुलाकर घर भेजा।
पीआरवी 3879 के कमांडर जनार्दन पांडेय व चालक कमलेश ओझा रात में 1ः30 बजे नंदानगर में गश्त कर रहे थे। इस दौरान एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि रेलवे क्रासिंग के पास एक महिला घूम रही है।