चकियाः योग अपनाकर रह सकते हैं बीमारियों से दूर-प्रोफेसर जय सिंह
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का हुआ समापन
चकिया, चंदौली। स्थानीय सावित्री बाई फूले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में उच्च शिक्षा निदेशालय उत्तर प्रदेश की ओर से महाविद्यालय ने शारीरिक शिक्षा व योगः कोविड 19 के विशेष संदर्भ में आयोजित 7 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन गुरुवार को दोपहर 2 बजे हुआ। कार्यशाला के समापन सत्र का शुभारंभ मुख्य अतिथि आईएमएस काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के मनोरोग विभाग के प्रोफेसर जय सिंह यादव ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान 7 दिनों तक चलने वाले कोविड.19 व योग पर विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रकाश डाला गया।
समापन सत्र का शुभारंभ करने के दौरान प्रोफेसर जय सिंह ने कहा कि कोविड.19 का दौर हमारे जेहन से गया नहीं है। पहले से और भी सतर्क रहने की जरुरत है।
एक बार फिर धीरे.धीरे कोरोना अन्य प्रदेशों में अपना ग्राफ बढ़ा रहा है। थोड़ी सी लापरवाही हमें काफी मुश्किल में डाल सकता है। इस लिए पहले से ही दो गज की दूरी अपनाते हुए हमेशा अपने हाथों को साफ करें। और मास्क का प्रयोग करें। यही नहीं अपने अंदर के इम्यूनिटी पावर को मजबूत करने के लिए काढ़ा का सेवन करते हुए योग को अपनाएं। इससे बीमारियों को दूर कर सकते हैं।
वहीं विशिष्ठ अतिथि बलदेव पीजी कालेज बड़ागांव वाराणसी के एसोसिएट प्रोफेसर डा. आनंद ने कहा कि योग के माध्यम से हम अनेक बीमारियों से दूर रह सकते हैं। घर में रहकर भी अपने छतों व बरामदे में भी सुबह शाम योग करके अपने शरीर को स्वस्थ्य बनाने का समय आ गया है। आज युवा पीढ़ी अपने शरीर के फिटनेश को लेकर काफी जागरुक हो गया है। सुबह शाम सड़क के किनारे, पार्क में वाकिंग करते हुए लोग दिखते हैं।
अध्यक्षता करते हुए प्राचार्या डा. संगीता सिन्हा ने कहा कि मानव का सबसे बड़ा धर्म दूसरों का सेवा करना है। यह संस्कृति कोरोना काल में काफी देखने को मिली। पड़ोसी भूखा न सोए इसका हर किसी ने ख्याल रखा। कोविड.19 महामारी ने पूरे विश्व को बहुत क्षति पहुंचाई है। इस आपदा में लाखों लोगों ने अपने जान गवांए। इस लिए अभी से दो गज की दूरी अपनाते हुए सतर्क रहने की जरुरत है।
इस दौरान कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। वहीं डा. नवसाद अहमद, अक्षय यादव के कार्यशाला समन्वयक डा. सरवन कुमार यादव ने सात दिनों तक चलने वाले कार्यशाला का रिपोर्ट प्रस्तुत किया। इस दौरान डा. मिथिलेश कुमार, पवन कुमार सिंह, समशेर बहादुर, डा. अमिता सिंह, डा. संतोष यादव, डा. प्रियंका पटेल, कुशीनगर डा. संजय कुमार खरवार, डा. मीरा यादव, डा. श्याम जनम सोनकर सहित अन्य प्रतिभागी व छात्र मौजूद रहें। कार्यशाला का संचालन रमाकांत गौड ने किया।