खबर का असर- कड़ी नाराजगी के बाद उखड़वाया इंटरलॉकिंग ईट व हटवाया भस्सी, बड़ी बात इंटरलॉकिंग ईट को AC ने किया था रिजेक्ट……..लगाए गए खराब क्वालिटी के ईट पर सीमेंट की घोल चढ़ाकर प्लास्टर करते देखे गए मजदूर
बीते मंगलवार को भारत एकता टाइम्स ने विभाग व शासन के आंखों में धूल झोंक रहे ठेकेदार शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था। जिसका सज्ञान जिलाधिकारी निखिल टी फूंडे व भाजपा विधायक कैलाश आचार्य ने लिया था। जांच के कड़े निर्देश के बाद सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सर्वेश सिन्हा ने अधिकारियों के साथ नगर स्थित सिंचाई विभाग के कार्यालय पहुंचकर निरीक्षण किया। जहां निरीक्षण के दौरान पाया कि बीते दिनों विभाग के अधीक्षण अभियंता वाराणसी ने खराब इंटरलॉकिंग ईट रिजेक्ट किया था उसी रिजेक्टे इंटरलॉकिंग ईट को ठेकेदार ने भक्सी पर बिछवाया था।
कड़ी चेतावनी के बाद अधिशासी अभियंता ने इंटरलॉकिंग ईट को उखड़वाया और भक्सी को हटवाया । कहा कि गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होगा। आप बिना बालू बिछाए अच्छे क्वालिटी का इंटरलॉकिंग ईट लगवाया नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें। अधिशासी अभियंता के जाते ही ठेकेदार के कर्मचारी व मजदूर खराब क्वालिटी के ईट से बने साइडवाल को जल्दी जल्दी सीमेंट की घोल चढ़ाकर प्लास्टर करते देखें।
बता दें कि बीते दिनों मीडिया ने सिंचाई विभाग परिसर में बन रहे थर्ड क्वालिटी के ईट से साइडवाल व भस्सी पर बिना बालू की जगह इंटरलॉकिंग करने सहित अन्य कार्य की खबर प्रकाशित किया था। जिससे जिले से लेकर स्थानीय अधिकारियों में हड़कंप की स्थिति बन गई थी। मामले को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे व चकिया विधायक कैलाश खरवार ने अधीक्षण अभियंता वाराणसी व अधिशासी अभियंता सिंचाई सर्वेश सिन्हा को जांच करने का आदेश दिया।
जहां बुधवार को अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग के परिसर में पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान थर्ड क्वालिटी के ईट से जोड़े गए साईडवाल को रिजेक्ट करते हुए ठेकेदार को कड़ा निर्देश दिया। वही मौके पर भस्सी भी पाई गई, जिसको मौके से हटवाया। निरीक्षण के दौरान ठेकेदार को कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि मानक से समझौता हुआ तो खैर नहीं है। बता दे कि अधीक्षण अभियंता ने जिस इंटरलॉकिंग ईट को रिजेक्ट किया था। ठेकेदार उसी ईंट को बालू की जगह भक्सी पर बिछा रहा था। जिसे देखते ही अधिशासी अभियंता ने उखड़वाया और भक्सी को हटवाया।
निरीक्षण कर जाने के बाद ही भी ठेकेदार के कर्मचारी मजदूरों को सह देकर थर्ड क्वालिटी से जोड़े गए साइडवाल को बगैर तोड़वाये ही उसपर सीमेंट से लेपन करा दिया गया। यह कारनामा नगर वासियों ने अपने आंखों से देखा। आखिर अधिकारियों के निर्देश के बाद भी भ ठेकेदार द्वारा अपने ही तरीके से थर्ड क्वालिटी की सामग्रियों से निर्माण कराया जा रहा है और शासन के धन का दुरुपयोग करते हुए अपनी जेबों को गर्म किया जा रहा है।
नगर वासियों का आरोप रहा कि शार्द के मौसम में शायद निरीक्षण करने आए अधिकारी भी ठेकेदार के माध्यम से गर्म हो गए हो, इसलिए वह बगैर कार्रवाई के ही वापस हो गए हो। नगर वासियों ने यह भी कहा कि क्षेत्रीय विधायक का भी इस पर अच्छे तरीके से ध्यान नहीं है, जिसका मौका उठाकर ठेकेदार मालामाल हो रहे हैं।
वही सिंचाई विभाग अधिशासी अभियंता सर्वेश सिन्हा ने बताया कि निरीक्षण किया गया। चेतावनी दिया गया कि ऐसे रिजेक्टेड ईंट को लगाया गया। गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होगा। ठेकेदार व अवर अभियंता को नोटिस जारी कर जबाब मांगा जायेगा।