सिलिंडर फटने से 30 झोपड़ियों में लगी भयंकर आग, जान बचाने के लिए चिल्लाते रहे लोग, लेकिन…
देहरादून। कांवली रोड स्थित गोविंदगढ़ में सिलिंडर फटने से भीषण आग लग गई, जिससे करीब 30 झोपड़ियां जल गईं। तंग गली होने के कारण यहां दमकल वाहन समय पर नहीं पहुंच पाया। इसके बाद फायर टेंडरों से होज पाइप आसपास के मकानों की छतों तक पहुंचाए गए।
करीब तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि, तब तक झोपड़ियों में रखा सारा सामान जल चुका था। आग बुझाने के लिए स्थानीय लोग भी आगे आए। उन्होंने घरों से पानी की बाल्टियां भरकर आग बुझाने में मदद की। गोविंदगढ़ स्थित एक प्लाट में श्रमिकों ने करीब 30 झोपड़ियां बनाई थीं।
इनमें से ज्यादातर यहां परिवार के साथ रह रहे हैं। कुछ मजदूरी और कुछ कबाड़ बीनते हैं। जानकारी के अनुसार, श्रमिकों ने झोपड़ियों में खाना बनाने के लिए छोटे सिलिंडर (पेट्रोमैक्स) रखे हुए थे। सोमवार को दोपहर में किसी झोपड़ी में सिलिंडर फट गया, जिससे उसमें आग लग गई।
सभी झोपड़ियां एक साथ हैं, इस कारण आग अन्य झोपड़ियों में भी पहुंच गई और वहां रखे सिलिंडर भी फट गए। जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया। आसपास के लोग सबसे पहले मदद के लिए दौड़े। इसी बीच पुलिस और दमकल विभाग को भी सूचना दी गई।
पुलिस और स्थानीय लोगों ने झोपड़ियों में फंसे बच्चों व महिलाओं बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। इस बीच आग इतनी फैल गई कि आसपास के पक्के मकानों तक पहुंचने लगी। इस पर स्थानीय लोगों ने घरों की छतों से बाल्टियों में पानी भरकर डालना शुरू किया, लेकिन आग फिर भी नहीं बुझी। तब तक दमकल कर्मी भी पहुंच गए और फायर टेंडरों से होज पाइप के जरिये आग बुझाना शुरू किया।
करीब तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। तब तक श्रमिकों की झोपड़ियां और पूरा सामान जल चुका था। एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, जनहानि नहीं हुई है, लेकिन झोपड़ियों में रहने वाले परिवारों का सारा घरेलू सामान जल गया। आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। इसकी जांच की जा रही है।