इस जिले में शुरू हुआ राशनकार्ड का सत्यापन, 20 हजार अपात्र मिले; सभी का काटा जाएगा नाम
गोंडा। गरीबों को दो जून की रोटी देने के लिए संचालित प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में भ्रष्टाचार का घुन लग गया है। इसकी गवाही हाल में एक हजार से अधिक ग्राम पंचायतों से आई राशनकार्ड की सत्यापन रिपोर्ट दे रही है। इसमें पता चला है कि 20 हजार लोग अपात्र होते हुए राशन डकार रहे थे। इनमें से करीब दस हजार लोगों ने दुनिया छोड़ जाने के बाद भी मुफ्त का राशन लेना नहीं छोड़ा। घर वाले इनके हिस्से का अनाज उठा रहे थे।
कई पात्रों के नहीं बने राशनकार्ड
हर गांव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्रत्येक माह बंटने वाले गरीबों के हिस्से का मुफ्त अनाज 100 से अधिक अपात्र (धनी व साधन संपन्न लोग) डकार रहे हैं जबकि हर गांव में पात्रों का राशनकार्ड ही नहीं बन पा रहा है। दो माह पहले गांव-गांव राशन कार्ड का सत्यापन शुरू हुआ। इसमें भी खानापूर्ति हो गई।
