Saturday, April 27, 2024
उत्तर-प्रदेशवाराणसी

19 को आयोजित होगाग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी , अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन बनाने का है उद्देश्य……..सभी 75 जिलों में एक उद्योग को स्थापित किया जाएगा…. सेरेमनी में 10 लाख करोड़ रूपये का निवेश किया जा रहा है..

उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन बनाने का है उद्देश्य— आशुबोध कुमार पंत 

कौशल विकास प्रशिक्षण विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में होता है – अमरनाथ उपाध्याय 

वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययन पीठ सभागार में शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उद्यम अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता सेवानिवृत्त आई. एफ.एस आशुबोध कुमार पंत ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस सपनों को जिसमें विकसित भारत के लक्ष्य को अग्रणी करना और देश की पांच ट्रिलियन की अर्थ व्यवस्था को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा 19 फ़रवरी को आयोजित होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया जायेगा।

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जिसमें यूपी के सभी 75 जिलों में एक उद्योग को स्थापित किया जाएगा। इस योजना में युवाओं के योगदान को सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों के कौशल विकास एवं ज्ञान संवर्धन के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की अहम भूमिका है।

उन्होंने ने कहा कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन बनाने का उद्देश्य है। इसके लिए सरकार की योजना और सन्देश क्या है, अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए और क्या करना है, इसकी जानकारी के लिए विश्वविद्यालयों में अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

यूपी में 19 फ़रवरी को आयोजित होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के बारे में जानकारी देते हुये उन्होंने कहा की इस सेरेमनी में 10 लाख करोड़ रूपये का निवेश किया जा रहा है। 14500 परियोजनाओं का भी शिलान्यास रखा जायेगा। 34000 हजार रोजगार का सृजन होगा। उन्होंने आगे कहा हमारे उत्तर प्रदेश पर जैविक दबाव है जिसमें विकास के लिए सबका सहयोग चाहिए। दुनिया की सबसे उर्वर भूमि गंगा-यमुना का मैदान यूपी में है और धार्मिक सांस्कृतिक परम्परा सुदृढ़ हैं। इतने संसाधन के बाद हम उद्योग को कैसे निर्मित कर रहे हैं। सबसे पहले क़ानून व्यवस्था और सुरक्षा को का ध्यान रखना जिससे नागरिक सुरक्षित हों और उद्यमी इन्वेस्ट करें।

किसी प्रदेश को विकास करने में जिन संसाधन की आवश्यकता होती है, वह उत्तर प्रदेश में है। प्रदेश की 56% आबादी कामकाजी है जो प्रदेश के विकास में अपना योगदान कर रही है। दूध, गेहूं, गन्ना, चीनी, आलू उत्पादन में अग्रणी राज्य है।यहाँ की कनेक्टिविटी सबसे अच्छी है। पूरे देशमें सबसे ज्यादा 40% एक्सप्रेसवे यूपी में है। 16 एयरपोर्ट हैं जिनमे 9 चालू हैं और 7 निर्माणाधीन है।

इसमें 5 एयरपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय हैं।

रेपिड रेल सिस्टम, दिल्ली से मेरठ और गाजियाबाद तक सबसे पहले यूपी में शुरू किया गया। जल, थल, नभ तीनों से हमारे यहाँ अच्छी कनेक्टिविटी है। नीति, नियम प्रक्रिया के तहत निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन ही स्टार्टअप के लिए सहायता प्राप्त कर सकते हैं। 2018 से 75 जिलों में काष्ठ आधारित उद्योग और आरा मशीन की लाइसेंस दिए जा रहे हैं। यूपी वृक्ष संरक्षण अधिनियम संशोधन के अनुसार पेड़ की 28 प्रजातियों को छोड़कर अपनी जमीन पर खड़ा पेड़ काटने की अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है। आगे उन्होंने काशी और अयोध्या के बढ़े पर्यटन के बारे में बताया और कहा आज रोजगार विकसित हो रहे हैं। सरकार इतनी जागरूक है और विद्यार्थी ही योजना के लक्ष्य हैं। उन्होंने आगे बताया की 19 फ़रवरी को होने वाले ग्राऊंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 75 जिलों में कोई न कोई एक इंडस्ट्री स्थापित होगी। उन्होंने एक नये उद्योग के बारे में युवाओं को विचार करने को कहा जैसे स्विगी और जोमेटो ऑर्डर पर घर-घर खाना पंहुचाते हैं ठीक वैसे ही पौधों को घर-घर पहुंचाने का सिस्टम उद्योग के तौर पर व्यवस्थित किया जाये तो वो एक अतिरिक्त आमदनी का स्रोत होगा।

बीज वक्तव्य देते हुये विशेष सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त यूपी अमरनाथ उपाध्याय ने कहा उत्तर प्रदेश विकास के महायज्ञ में विद्यापीठ अपनी आहुति दे रहा है इसलिए उपस्थित सभी छात्रों को कार्यक्रम ध्यान से सुनना चाहिए जिससे कौशल विकास के बारे में ज्यादा लोग जान सकें। कौशल विकास प्रशिक्षण विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में सहायक होता है। ऐसे कार्यक्रम में विद्यार्थियों को एक्टिव पार्टिसिपेंट होना चाहिए। अंत में विद्यार्थियों के शांकाओं का समाधान विशेषज्ञों द्वारा किया गया।

काशी विद्यापीठ की कुलसचिव डॉ. सुनीता पांडेय की देख- रेख में कार्यक्रम का सफल आयोजन हुआ। स्वागत भाषण कार्यक्रम संयोजक प्रो. अनुराग कुमार ने दिया। कार्यक्रम में संचालन डॉ. किरण एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. तेज बहादुर ने दिया। कार्यक्रम में कुलानुशासक प्रो. अमिता सिंह, उपकुलसचिव हरीश चंद्र आदि मौजूद रहे।

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