महागठबंधन से दावेदारी ठोकने की तैयारी, अब ‘विधायक जी’ कैसे भरेंगे पर्चा? चुनाव आयोग ने कर दिया ‘खेल’
दाउदनगर (औरंगाबाद)। Rajya Sabha Elections भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य व ओबरा से दो बार विधायक रहे राजाराम सिंह का नाम मतदाता सूची से गायब है। उनका नाम दाउदनगर प्रखंड की बूथ संख्या 159 मध्य विद्यालय एकौनी से जुड़ा था। मतदाता सूची में उनकी क्रम संख्या 160 है, जिस पर डिलीटेड की मोहर लगी है।
उन्होंने कहा कि 15 फरवरी तक राज्यसभा सदस्य के नामांकन की आखिरी तिथि है। महागठबंधन में भाकपा माले ने दावेदारी की है। पार्टी ने तैयार रहने के लिए कहा है। तैयारी में लगे तो 24 जनवरी को पुनरीक्षित वोटर लिस्ट में उनका नाम ही डिलीट किया हुआ है।
वोटर लिस्ट से कई नौजवान, महिला व अन्य मतदाताओं के नाम गायब
उस पर डिलीट का मोहर मारा हुआ है, जबकि उनके पास मतदाता पहचान पत्र है। आधार कार्ड है। चुनाव लड़ते रहे हैं। वर्ष 1995 व 2000 में विधायक रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि गांव के वोटर लिस्ट से कई नौजवान, महिला व अन्य मतदाताओं के नाम गायब हैं, जबकि ये लोग पहले मतदाता थे और अभी भी जीवित हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में षड्यंत्र के तहत विपक्षी वोटरों व समर्थकों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा रहे हैं। विपक्ष के संभावित उम्मीदवारों के नाम भी वोटर लिस्ट से हटाए जा रहे हैं।
उन्होंने जिले के अधिकारियों से इसकी गंभीरता पूर्वक जांच की मांग की। चुनाव आयोग से गड़बड़ियों को दुरुस्त करने और जरूरत पड़ने पर मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए फिर से तिथि निर्धारित करने की मांग की।