दारोगाजी ने कहां खर्च किए 1.87 करोड़ रुपये, नहीं दे सके जवाब, आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज; एसओजी टीम में रहे थे तैनात
आगरा। साल 2020 में आगरा पुलिस की एसओजी टीम में तैनात रहे चर्चित दारोगा महेश कुमार पाठक पर कमला नगर थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज हुआ है।जांच के समय वो मुख्य आरक्षी था, वर्तमान में इटावा के पछाय गांव थाने में दारोगा के पद पर हैं। सतर्कता विभाग की खुली जांच में वो आय से अधिक संपत्ति रखने का दोषी पाया गया। मुकदमा सतर्कता विभाग आगरा के इंस्पेक्टर राज किशोर यादव ने दर्ज कराया है।
दर्ज मुकदमे के अनुसार अपर पुलिस महानिदेशक लोक शिकायत ने 31 अक्टूबर 2020 को मुख्य आरक्षी महेश कुमार पाठक की आय से अधिक संपत्ति की जांच के निर्देश दिए थे। जांच विजिलेंस आगरा द्वारा की गई है।वर्तमान में पदोन्नति होने पर महेश कुमार पाठक दरोगा बन चुका है।
इंस्पेक्टर राज किशोर यादव की जांच में पाया गया कि महेश पाठक ने अपने विभिन्न आमदनी के स्रोतों से 66.91 लाख रुपये की आमदनी की। इस कमाई के बाद उनके द्वारा 2.54 करोड़ रुपये खर्च किए गए।उन्होंने अपनी आय से 1.87 करोड़ रुपये अधिक खर्च किये।
तत्कालीन एसएसपी ने लिखा था पत्र
आगरा एसओजी में दाराेगा महेश कुमार पाठक ने लंबे समय तक काम किया।कई बड़ी और सनसनीखेज घटनाओं के खुलासे में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। तबादले के बाद भी गलत कार्य करने वाले लोगों के संपर्क में रहने का आरोप लगा था। तत्कालीन एसएसपी ने उसकी संपत्ति की जांच के लिए सतर्कता विभाग को लिखा था।
अपराधियों से साझेदारी पर फंस चुके हैं इंस्पेक्टर
विजिलेंस के शिकंजे में अब यह दरोगा दूसरी बार फंसा है।बीते वर्ष फिरोजाबाद में जहरीली शराब से तीन लोगों की मौत के मामले में तत्कालीन एसओजी प्रभारी कुलदीप सिंह को आरोपित बनाया गया था। मुकदमा लिखे जाने के वक्त कुलदीप सिंह आगरा में बरहन थाने के निरीक्षक के पद पर थे। उन्हें निलंबित कर दिया गया था। उन पर फिरोजाबाद में शराब माफिया से महीनेदारी लेने का आरोप था।