जब प्यार ने गिराई अमीरी-गरीबी के बीच की दीवार, 1973 में छा गई ये लव-स्टोरी फिल्म
नई दिल्ली। Valentine Day Bobby Movie Special: वैलेंटाइन वीक में हर तरफ की प्रेम-प्यार की बातें होती नजर आती हैं। साल में फरवरी का ये दूसरा सप्ताह हर बार की तरह लव का नया रंग फिजाओं में घोलता रहता है। वैलेंटाइन स्पेशल के तौर पर हिंदी सिनेमा की रोमांटिक फिल्मों के बारे में लगातार चर्चा जारी है।
जिसके चलते आज ‘प्यार, इश्क और मोहब्बत’ में साल 1973 में आई सुपरहिट रोमांटिक फिल्म बॉबी के बारे में जिक्र किया जाएगा। साथ ही हम आपको बताएंगे क्योंकि बॉबी बॉलीवुड की सबसे शानदार लव स्टोरी मूवी में से एक क्यों माना जाता है।
ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया का डेब्यू
हिंदी सिनेमा के शो मैन कहे जाने वाले राज कपूर के डूबते करियर को अगर कोई फिल्म दोबारा से पटरी पर लेकर लौटी तो वह बॉबी रही। राज के बेटे ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया ने इस मूवी के जरिए एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। हालांकि इससे पहले ऋषि मेरा नाम जोकर में एक बाल कालाकर के रूप में नजर आ चुके थे।
ऋषि ने बतौर लीड एक्टर पहली ही फिल्म में ये बता दिया था कि वह हिंदी सिनेमा में एक लंबी पारी खेलने का हुनर रखते थे और आज बेशक ऋषि हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन बॉबी जैसी कई सफल फिल्मों को लेकर उन्हें हमेशा याद किया जाता है। बॉबी में राजा के किरदार में ऋषि ने शानदार अभिनय की छाप छोड़ी। जबकि दूसरी तरफ डिंपल ने भी बॉबी की भूमिका में फैंस के दिलों को आसानी से जीता।
दिल को छू जाती है बॉबी की लव-स्टोरी
फिल्म बॉबी एक टीनऐज प्रेम कहानी है। इस मूवी में 18 साल का राजा (ऋषि कपूर) जोकि एक हिंदू वर्ग के अमीर परिवार से नाता रखता है, उसे 16 वर्षीय एक गरीब कैथोलिक लड़की बॉबी (डिंपल कपाड़िया) से प्यार हो जाता है। लेकिन अमीरी और गरीबी की दीवार को लेकर इनका परिवार इन दोनों को अलग करने की पूरी कोशिश करता है,
लेकिन किसी ने सच कहा है कि सच्चा प्यार कहां किसी के कहने और रोकने से खत्म होता है। तमाम उतार-चढ़ाव के बाद राजा अपनी बॉबी से प्यार करता रहता हैं और अंत में उसे अपना बनाता है। इस मूवी में ऋषि कपूर, डिंपल कपाड़िया, प्रेमनाथ, प्राण और प्रेम चोपड़ा जैसे कलाकारों ने अहम किरदार निभाए।
1973 की सबसे सफल मूवी रही थी बॉबी
ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया स्टारर बॉबी की प्रेम कहानी का जादू फैंस पर कुछ इस कदर चला कि ये मूवी सफलता के नए मुकाम तक पहुंची। बताया जाता है कि इस फिल्म को देखने के लिए दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, नेपाल, हरियाणा और राजस्थान तक के लोग रोहतक के शीला सिनेमाघर में पहुंचे थे।
जिसकी वजह दिल्ली और उत्तर प्रदेश में इस मूवी का न रिलीज होना था। कहा ये भी जाता है कि करीब 6 महीने तक बॉबी के शो थिएटर्स में हाउसफुल रहे थे। जिसके चलते बॉबी तत्कालीन साल की सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई है।
गुलमर्ग के लिए खास साबित हुई बॉबी
अगर आपने बॉबी फिल्म में ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया का फेमस सॉन्ग ‘हम तुम एक कमरें में बंद हो’ को देखा है तो आपको मालूम हो कि ये गाना एक लड़की की छोपड़ी में फिल्माया गया।
ये लड़की का हट कहीं और नहीं बल्कि कश्मीर के गुलमर्ग में स्थित है और बॉबी फिल्म के बाद ये लकड़ी की झोपड़ी बॉबी हट के नाम से प्रसिद्ध हो गई है। मौजूदा समय में ये पर्यटकों के घूमने के लिए एक बेहद खास बॉबी हट के रूप में जानी जाती है।
राज कपूर के लिए वरदान बनी ये मूवी
फिल्म मेरा नाम जोकर को बनाने के लिए राज कपूर ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था। लेकिन ये मूवी बुरी तरह असफल साबित हुई और राज कपूर को आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ा। आईएमडीबी की रिपोर्ट के अनुसार बॉबी को प्रोड्यूसर कराने के लिए राज कपूर हाजी मस्तान के पास गए थे ताकि वह उनकी फिल्म को फाइनेंस कर सकें।
बुरे दौर से गुजरने वाले राज कपूर के लिए बॉबी किसी वरदान से कम साबित नहीं हुई और बॉक्स ऑफिस पर इस मूवी का अपार सफलता राज कपूर को दोबारा से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बतौर डायरेक्टर लाकर खड़ा कर दिया।