दिवंगत पूर्व सैनिकों की बेटियों को शादी के लिए सहायता राशि विवाह के समय ही मिलेगी, जानें कितने रुपए देती है सरकार
लखनऊ। सेना के हवलदार रैंक तक के दिवंगत पूर्व सैनिकों की दो बेटियों को विवाह के लिए राज्यपाल की ओर से दी जाने वाली सहायता राशि अब विवाह के समय ही शुभकामना पत्र के साथ सौंपी जाएगी। यह राशि प्रति पुत्री एक लाख रुपए दी जाती है। राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में सोमवार को उत्तर प्रदेश सैनिक पुनर्वास निधि प्रबंध समिति की 50वीं बैठक में 15 दिवंगत पूर्व सैनिकों की पत्नियों को बेटी की शादी के चेक सौंपे गए।
राज्यपाल ने कहा कि सैनिक पुनर्वास निधि से बलिदानियों के परिजन की पर्याप्त सहायता की जाए। बलिदानी के बच्चों को बालिग होने तक निरंतर सहायता करें और नियमों के तहत हर योजना से लाभांवित करें। पूर्व सैनिकों के 12वीं उत्तीर्ण बच्चों को एमएसएमई के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। उन्होंने बलिदानी सैनिकों के गांव में उनका स्मारक निर्माण कराए जाने के भी निर्देश दिए। बैठक में निधि की ग्राम गहरू स्थित भूमि के सीमांकन और सरहदबंदी पर भी चर्चा की गई।
राज्यपाल ने जिलाधिकारी को सभी विवादों का निस्तारण करते हुए यथाशीघ्र भूमि का सीमांकन कराने के आदेश दिए। इस बैठक में बताया गया कि अटारी प्रक्षेत्र कृषि विभाग को हस्तांतरण कर दिया गया है। इससे उत्तर प्रदेश सैनिक पुनर्वास निधि को प्राप्त होने वाली 20 करोड़ रुपये निधि में से शासन के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग से 18.50 करोड़ उपलब्ध कराए गए हैं। शेष राशि 1.50 करोड़ की प्रतिपूर्ति पर कार्रवाई चल रही है।