अनुसूचित जाति के दूल्हे की चढ़त रोकी, प्रधान पति समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज…..
बुलंदशहर। अनुसूचित जाति के दूल्हे की बरात एक गांव में पहुंची थी। गांव में दूल्हे की चढ़त को गांव के दबंगों ने रोक दिया। हालांकि, बाद गांव के लोगों ने मामले को समझा.बुझाकर शांत कर दिया। इसके बाद दोबारा चढ़त हुई और विवाह की रस्में पूरी होने के बाद दुल्हन को दूल्हे के साथ विदा किया गया। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने ग्राम प्रधान पति समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि पुलिस चढ़त रोकने की घटना से इनकार कर रही है।
थाना सलेमपुर क्षेत्र के गांव पारोली निवासी छोटे लाल जाटव की पुत्री मासूम की बरात छह दिसंबर की रात अलीगढ़ के वैर स्टेशन के पास गांव बोहरा से आई थी। बुधवार रात करीब 9ः30 बजे बरात की चढ़त डीजे पर शुरू हुई। आरोप है कि जब बारात ग्राम प्रधान के घर के पास पहुंची, तो ग्राम प्रधान पति योगेंद्र शर्मा एवं उसके तीन साथियों ने जातिसूचक शब्द एवं गाली गलौज शुरू करते हुए कहा कि बरात की चढ़त उसके घर के सामने से नहीं निकलने दी जाएगी। कुछ बरातियों ने इसका विरोध किया तो ग्राम प्रधान पति व साथियों ने पिस्टल निकालते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए मारपीट की।
जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप
दुल्हन मासूम के चचेरे भाई शिवकुमार ने कहा कि ग्राम प्रधान पति एवं उसके साथियों ने धमकी दी कि इस मामले की शिकायत की, तो जान से मार दिया जाएगा। इस मामले में गांव के कुछ लोगों ने मामले को शांत कराया। इसके बाद चढ़त दोबारा शुरू हुई। विवाह की रस्में पूरी की गई। बाद में दुल्हन को दूल्हे के साथ विदा कर दिया गया। गुरुवार को इस मामले की तहरीर शिवकुमार की ओर से दी है। पुलिस ने ग्राम प्रधान पति योगेंद्र शर्मा एवं अन्य तीन साथियों को नामजद किया है।
पुलिस ने कहा. मामले की जांच की जा रही है
शिकारपुर सीओ दिलीप सिंह ने बताया कि गांव में चढ़त के दौरान गांव के प्रधान पति के साथ कुछ बरातियों के साथ विवाद होने पर कहासुनी हो गई थी। प्रधानपति पर जातिसूचक शब्द बोलते हुए अपमानित करने का आरोप है। चढ़त रोकने की घटना नहीं हुई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। उधरए ग्राम प्रधान पति योगेंद्र शर्मा ने उनके ऊपर लगाए आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि चुनावी रंजिश को लेकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।