मोबाइल गेम की लत के युवाओं को बना रही कर्जदार, लगातार बढ़ रहे केस, एक्सपर्ट दे रहे सलाह……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
आगरा। मोबाइल की लत लगने पर युवा इलाज के लिए मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय पहुंचने लगे हैं। हर महीने 15 से 20 मरीज पहुंच रहे हैं। इनकी काउंसिलिंग की जा रही है। इलाज से ठीक हो रहे हैं। मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डाण् दिनेश राठौर ने बताया कि व्यवहार में बदलाव आने पर युवा परामर्श लेने आ रहे हैं। काउंसिलिंग में मोबाइल लत सामने आ रही है। कुछ केस में दवाएं भी देनी पड़ रही हैं। तीन से चार महीने में मोबाइल गेम की लत छूट रही है। इन युवाओं ने स्मार्ट फोन की जगह की पैड मोबाइल इस्तेमाल शुरू कर दिया है।
मोबाइल की लत के मामले
केस वन
35 वर्ष के कारोबारी को मोबाइल गेम की लत लग गई, आनलाइन गेम में पैसे हारने पर कर्ज ले लिया। बेचैनी, घबराहट और चिड़चिड़ापन की समस्या होने पर स्वजन मानसिक स्वास्थ्य संस्थान लेकर पहुंचे। काउंसिलिंग में सामने आया कि मोबाइल गेम की लत लग गई है। इलाज के बाद ठीक हैं।
केस टू
11 वीं के छात्र ने गेम खेलना शुरू किया, इसके बाद आनलाइन गेम खेलने लगा। गेम खेलने के लिए पैसे मांगे जाने लगे, पाकेट मनी खर्च हो गई तो दोस्तों से कर्जा ले लिया। मनोवैज्ञानिक ने काउंसिलिंग की। अब वह ठीक है।