नियुक्ति प्रक्रिया के बीच में ही रेलवे ने 434 पदों को समाप्त किया, परीक्षा पास करने के बाद भी नहीं मिली नौकरी……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
गोरखपुर। दो साल पहले सहायक लोको पायलट एएलपी बनने के लिए परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए भटक रहे हैं। उन्हें रेलवे के एक जोन से दूसरे जोन तक दौड़ाया जा रहा है। इसी बीच उस पद पर भी संकट आ गया है। जिसके लिए उन लोगों ने परीक्षा दी थी और पास हुए हैं।
एएलपी की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों व ट्रैक मेेंटेनरों की अब तक नहीं हुई नियुक्ति
रेलवे के चतुर्थ श्रेणी रेलकर्मियों ;ट्रैक मेंटेनर और विभाग से बाहर के अभ्यर्थियों ने सहायक लोको पायलट एएलपी के पद पर भर्ती के लिए दो साल पहले परीक्षा दी थी। 1644 अभ्यर्थियों ने रेलवे भर्ती बोर्ड की और करीब 100 ट्रैक मेंटेनरों ने विभागीय पदोन्नति परीक्षा पास की, लेकिन अभी तक इनकी नियुक्ति नहीं हुई। बाहर के अभ्यर्थी जोनल कार्यालयों में भटक रहे हैंं। जबकि ट्रैक मेंटेनर गोरखपुर स्थित कार्मिक विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। प्रक्रिया के बीच में ही रेलवे प्रशासन ने लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल में 434 पदों को समाप्त सरेंडर करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसको लेकर चतुर्थ श्रेणी रेलकर्मियों ट्रैक मेंटेनरों और अभ्यर्थियों में दहशत है। भविष्य और तैनाती को लेकर डर सताने लगा है।