चकियाः मोदी सरकार किसानों की विरोधी सरकार हैं, किसानों ने लड़ाई लड़ कर तीनों काले कानून वापस कराया वैसे ही फसलों पर एमएसपी को कानूनी दर्जा देने की लड़ाई लड़ेगा……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
चकिया, चंदौली। कामरेड बच्चन सिंह जी पांचवी पुण्यतिथि के अवसर पर रविवार को मार्क्स वादी कम्युनिस्ट पार्टी के द्वारा आयोजित गोष्ठी चकिया गांधी पार्क में कृषि और किसान पर बढ़ते हमले और समाधान पर बातें रखते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी व किसान सभा के जिला अध्यक्ष परमानन्द कुशवाहा ने कहा कि देश के सबसे बड़ा सेक्टर खेती को तबाह करने के लिए मोदी सरकार सरकार ने कोरपोरेट घरानों के हीत के लिए किसान विरोधी तीन काले कानून अलोकतांत्रिक तरीके से संसद में पास करा लिया था।
इससे कानून के कारण कोरपोरेट घरानों को खेती में प्रवेश करने की छूट मिल जाती मंडियां समाप्त हो जाता, कोरपोरेट घरानों को भंडारण करने की छूट मिलती जन वितरण भी समाप्त हो जाने की सम्भावना थी। जिससे करोड़ों लोगों के लिए खाद्य संकट होता इसलिए इस किसान विरोधी मजदूर विरोधी काले कानून का विरोध कर और सभी किसान संघठन को आगे बढ़ लड़ाई को जीत लिया और मोदी सरकार को मजबूर कर दिया काले कानून को वापस लेने के लिए।
वहीं आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय ने कहा कि किसानों मजदूरों के हीत में चलने वाले आंदोलन के साथ खड़ा होकर ही कामरेड बच्चन सिंह को पुण्यतिथि पर सच्ची श्रंद्धाजलि होगी आज के दौर में भाजपा के फासीवादी नीतियों के खिलाफ व्यापक गोलबंदी करना होगा।
विचार गोष्ठी में किसान नेता लालचंद यादव, मजदूर नेता राम प्यारे, गीता राय, रामदुलारे वनवासी, समाज सेवी विनोद शर्मा, रामचंद्र जायसवाल, भाकपा के शिवपुर राम, गुलाब चौहान, अमीन साहब ने माल्यार्पण किया।
कामरेड बच्चन सिंह के तैल चित्र का अनावरण किया गया। कामरेड बच्चन सिंह की पुण्यतिथि पर माकपा द्वारा आयोजित कृषि और किसान पर बढ़ते हमले और समाधान की गोष्ठी की अध्यक्षता लोकतंत्र सेनानी रामनिवास पाण्डेय ने किया वहीं गोष्ठी में आयें सभी लोगों ने कामरेड बच्चन सिंह के फोटो पर माल्यार्पण किया। संचालन किसान नेता लालचंद यादव ने किया।