Saturday, April 27, 2024
उत्तर-प्रदेशचंदौली

चंदौलीः अब यह लोग अब घर, घर पहुंचाएंगे गंगा जल व सैनिटाइजर, बुकिंग व सूचना देने पर सामग्री पहुंचाएंगे यह….

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

चंदौली। मोबाइल के दौर में खत लिखने और भेजने की परंपरा खत्म होती जा रही है। ऐसे में डाकिया की उपयोगिता कम होने लगी है। डाक विभाग अब इन्हें दूसरे कामों में लगा रहा है। डाकिया घर.घर जाकर गंगा जल व सैनिटाइजर पहुंचाएंगे। मुख्यालय स्थित मुख डाक घर में गंगा जल और सैनिटाइजर उपलब्ध है। लोग चाहें तो डाक घर के काउंटर से इसे प्राप्त कर सकते हैं। वहीं बुकिंग अथवा सूचना देने पर डाकिया उनके पते पर मुहैया कराएंगे। इसके बदले परिवहन शुल्क वहन करना होगा।

हिंदू धर्म में धार्मिक अनुष्ठान में गंगा जल का विशेष महत्व है। ऐसे में लोगों को गंगा जल लेने के लिए नदी पर जाना पड़ता है। डाक विभाग ने उनहिंदू धर्म में धार्मिक अनुष्ठान की समस्या दूर कर दी है। डाकिया को घर.घर गंगा जल पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डाक घर में भी गंगा जल उपलब्ध है। लोग यहां से भी निर्धारित कीमत चुकाकर प्राप्त कर सकते हैं। वहीं यदि बुकिंग करेंगे अथवा डाकिया को फोनकर डिमांड करेंगे तो गंगा जल उनके घर तक पहुंच जाएगा। कोरोना काल में डाकिया लोगों के पते पर सैनिटाइजर भी पहुंचाएंगे। फिलहाल डाकिया देश के प्रसिद्ध मंदिरों का प्रसाद श्रद्धालुओं के पते पर पहुंचाने का काम कर रहे हैं। विभाग की पहल से आमजन के लिए सहूलियत बढ़ गई है।

खेतों तक उन्नत बीज पहुंचाने पर सहमति

कृषि मंत्रालय और इंडियन काउंसिल आफ एग्रीकल्चरल रिसर्च सेंटर ने किसानों के खेतों तक उन्नत बीज पहुंचाने की योजना बना रहा है। डाक विभाग कृषि डाक सेवा की शुरूआत करेगा। इसको लेकर कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर, पूसा व डाक विभाग के अधिकारियों के बीच सहमति बनी है। कृषि विश्वविद्यालय बीज की कीमत निर्धारित करेगा। किसान डाक घर में पैसा जमा करा देंगे। डाकिया एक सप्ताह के अंदर किसानों के घर जाकर बीज पहुंचा देंगे। छोटे किसानों की सहूलियत के लिए बीज का एक किलोग्राम तक का पैकेट भी उपलब्ध होगा।

डाकिया घर.घर जाकर गंगा जल और सैनिटाइजर पहुंचाएंगे

डाकिया घर.घर जाकर गंगा जल और सैनिटाइजर पहुंचाएंगे। गंगा जल और सैनिटाइजर डाक घर में भी उपलब्ध है। लोग चाहें तो पोस्ट आफिस के काउंटर से प्राप्त कर सकते हैं। बुकिंग अथवा सूचना देने पर घर तक पहुंचाने की सुविधा दी जाएगी। इसके बदले परिवहन शुल्क देना होगा। किसानों के घर बीज पहुंचाने की योजना पर विचार किया जा सकता है। इसको लेकर जल्द ही मुख्यालय से निर्देश प्राप्त हो सकता है।

त्रिभुवन राम, उप डाकपाल

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