मां और पापा अब आप दोनों आजाद हो, आंखें नम कर देता घर छोड़कर गए मासूम बच्चों का ये पत्र……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। मां और पापा अब आप दोनों आजाद हो….इस इबारत से लिखा गया दो मासूम बच्चों का पत्र पढ़ने वाले हर शख्स की आंखों में आंसू भर दे रहा है। घर छोड़कर जाने वाले मासूम बेटे और बेटी का यह पत्र पढ़कर कल्याणपुर मकड़ीखेड़ा में रहने वाले लालाराम और उनकी पत्नी सावित्री के होश उड़ गये बल्कि पड़ोसी भी सन्न हैं। दोनों बच्चों की तलाश करके थक चुके दंपती ने पुलिस को सूचना देकर गुहार लगाई है। कलेजे के टुकड़े बिछडने से मां का रो रोकर हाल बेहाल है तो पिता भी बदहवास हो गया है। यह घटना उन अभिभावकों के लिए भी एक सबक की तरह हैए जो घर में बच्चों के सामने झगड़ते हैं और बच्चों को बीच में लाकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहते हैं।
नौकरी छूटने पर पति पत्नी में होता था झगड़ा
कानपुर देहात के रसूलाबाद कहजरी निवासी लालाराम गुजरात के कोल्ड स्टोरेज में नौकरी करते थे। परिवार में पत्नी सावित्री और दो बच्चे 15 वर्षीय बेटी प्रिया और 14 वर्षीय बेटे नैतिक हैं। वह कल्याणपुर मकड़ीखेड़ा में किराए के मकान पर रहते है। लॉकडाउन के चलते तीन महीने पहले लालाराम की नौकरी छूट गई थी। आमदनी बंद होने के चलते लालाराम परेशान थे। घरेलू खर्चों को लेकर दंपती में विवाद होने लगा। लालाराम बच्चों को लेकर गांव जाना चाहता थे। लेकिन दोनों बच्चे गांव जाने जाने के लिए तैयार नहीं थे। इसी बात को लेकर आए दिन झगड़ा होता था। रविवार दोपहर गांव जाने की जिद पर अड़े लालाराम का उसकी पत्नी से झगड़ा हो गया। रोज.रोज के झगड़े से तंग आकर दोनों बच्चों ने माता.पिता के नाम पर पत्र लिख घर पर छोड़ दिया।