सामने आया विकास दुबे गैंग का सच, पुलिस को कतई नहीं था अंदाजा….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। बिकरू गांव में दबिश देने पहुंची पुलिस टीम को देखते ही कुख्यात विकास दुबे और उसके गैंग के गुर्गों ने गाली.गलौज शुरू कर दी थी। कुख्यात के घर से 20 मीटर दूर तक ही पुलिस पहुंची थी। तभी ललकार लगाकर जिंदा बचने के लिए वापस लौटने की ताकीद की गई थी। इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। जिसका पुलिस को कतई अंदाजा नहीं था। चौबेपुर थाना पुलिस की ओर से न्यायालय में दाखिल किए गए आरोप पत्र में यह सच्चाई सामने आई है।
चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू में दो जुलाई 2020 की रात दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे व उसके गुर्गों की ताबड़तोड़ फायरिंग से बिल्हौर के तत्कालीन सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। देर रात करीब 12ः27 बजे पुलिस टीम कुख्यात विकास दुबे के दरवाजे पहुंची थी। वहां पहले से ही मुख्य मार्ग पर बुलडोजर खड़ा करके रास्ता रुका देख बगल से निकलकर विकास के घर की ओर बढ़ी थीए तभी विकास दुबे गैंग ने ललकार लगाई थी।
गालियां देते हुए कहा था कि पुलिस वालों यहां दबिश देने की हिम्मत कैसे पड़ गई अब कोई बचकर नहीं जा सकेगा। इसके बाद करीब 60.70 लोगों ने तीनों दिशाओं से ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। करीब एक घंटे तक विकास दुबे गैंग रुक.रुक कर फायरिंग करता रहा था।