यूपी उपचुनाव से पहले बीजेपी के लिए खुशखबरी, इस चुनाव में 6 सीटों पर दर्ज की जीत, बधाईयों का लगा तांता, बीजेपी ने विपक्ष को क्लीन बोल्ड कर दिया
लखनऊ, पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
यूपी उपचुनाव को लेकर नामांकन शुरू हो गया है. इस बीच गन्ना समितियों के चुनाव में बीजेपी ने विपक्ष को क्लीन बोल्ड कर दिया है. गन्ना समितियों के चुनाव से सपा ही नहीं आरएलडी ने भी दूरी बनाए रखी. किसी और दल ने हिम्मत नहीं जुटाई और मेरठ में सभी सीटों पर भगवा परचम लहरा गया. उपचुनाव से पहले बीजेपी ने गन्ना समितियों के चुनाव जीतकर बड़ा संदेश देने का काम किया है।
मेरठ में छह गन्ना समिति हैं. इन सभी गन्ना समितियों में चेयरमैन निर्विरोध चुने गए. न तो विपक्ष ने टक्कर लेने की सोची और न इस चुनाव को लेकर विपक्ष गंभीर नजर आया. मेरठ में मवाना, सकौती, मेरठ, मलियाना, दौराला और मोहिउद्दीनपुर गन्ना समितियां हैं और इन सभी समितियों में बीजेपी का परचम लहरा गया है. बीजेपी ने ऐसी घेराबंदी की और ऐसी रणनीति बनाई कि सभी गन्ना समितियों में चेयरमैन निर्विरोध चुनाव जीत गए. उनके सामने कोई टिकने वाला भी नहीं मिला।
बीजेपी ने सभी सीटों पर किया कब्जा
बीजेपी के नेताओं ने मेरठ की छह गन्ना समितियों के चुनाव जीतने को लेकर पूरी ताकत झोंक रखी थी. सभी की नजर चेयरमैन और वाइस चेयरमैन पर थी. इसके लिए रणनीति के तहत काम किया गया. ज्यादा से ज्यादा डेलिगेट्स कैसे चुनाव जीतें इस पर पूरा फोकस रहा. मवाना गन्ना समिति से विनोद भाटी चेयरमैन बने और ऋषिपाल वाइस चेयरमैन. विनोद भाटी राज्यमंत्री दिनेश खटीक के खासमखास हैं. मोहिउद्दीनपुर गन्ना समिति से दीपक राणा चेयरमैन बने और दीपांशु वाइस चेयरमैन. दीपक राणा ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर के बेहद खास हैं।
इसी के साथ ही सकौती गन्ना समिति से बबीता सोम चेयरमैन और सुनीता वाइस चेयरमैन बनी, मेरठ गन्ना समिति से वीरेन्द्र सिंह चेयरमैन और गायत्री देवी वाइस चेयरमैन बनीं, जबकि मलियाना गन्ना समिति से अंजेय चेयरमैन और टीकम सिंह वाइस चेयरमैन बने और इसी के साथ ही दौराला गन्ना समिति से भूपेन्द्र सिंह चेयरमैन और इशक लाल वाइस चेयरमैन बने. सबसे बड़ी बात ये है कि सभी चेयमरैन निर्विरोध चुनाव जीते हैं।
मोहिउद्दीनपुर गन्ना समिति में धांधली का आरोप
मेरठ की मोहिउद्दीनपुर गन्ना समिति के चुनाव में धांधली के तमाम आरोप लगे थे. भारतीय किसान यूनियन ने डेलिगेट्स के चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर परतापुर थाने में घेराव किया था. भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने धरना स्थल पर पहुंचकर अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान किया था, जबकि भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने भी घरना स्थल पर पहुंचकर जमकर बरसे थे और चुनाव को कैंसिल करने की मांग की थी।
कई दिनों के धरने के बाद ऊर्जा राज्य मंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर और डीएम दीपक मीणा किसानों से मिलने पहुंचे थे. डीएम के आश्वासन के बाद किसानों ने धरना खत्म कर दिया था. इससे पुलिस और प्रशासन ने बड़ी राहत की सांस ली थी।
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