पावर कारपोरेशन ने प्रदेश में सबसे ज्यादा लाइन हानि करने वाले 400 फीडरों को चिह्नित किया है। इन्हें सही करने की कवायद की जा रही है। बिजली चोरी रोकने और लाइन हानियों को कम करने के लिए मंगलवार को शक्ति भवन में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने निर्देश दिए कि हर जिले में लाइन हानि वाले पांच-पांच फीडरों को चिह्नित कर विजिलेंस व बिजली विभाग की टीमें मिलकर बिजली चोरी रोकने के प्रयास करें।
तत्काल बिजली कनेक्शन देने का निर्देश
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में उन्होंने कहा कि बिजली चोरी रोककर लाइन हानियों को कम करना सबसे बड़ी चुनौती है। इस समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि बिजली चोरी के मामलों को पकड़ने के बाद संबंधित को तत्काल बिजली का कनेक्शन दिया जाए और आर्थिक दंड भी लगाया जाए।
उन्होंने बिजली के मीटरों के ऊपर हाथ से नंबर लिखे जाने को गलत ठहराते हुए निर्देश दिए हैं कि जो सीरियल नंबर मीटर के अंदर लिखा है उसी नंबर को मीटर के ऊपर लिखा जाए। नोएडा में लाइन हानि को कम करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि जो अधिकारी इसे रोक नहीं पाएंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों की लापरवाही
उन्होंने कहा कि आरडीएसएस योजना चलने के बाद भी लाइन हानि होने का सीधा मतलब अधिकारियों की लापरवाही है। उन्होंने मीटर की गड़बड़ियों को पकड़ने के लिए चेक मीटर लगाने के भी निर्देश दिए हैं। बैठक में पुलिस महानिदेशक सतर्कता एमके बसाल व प्रबंध निदेशक पंकज कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।