महंगाईः टमाटर ने दी राहत तो अब दालों के साथ मसाले भी हुए महंगे, गृहणियां बोलीं. दाल.रोटी भी मुश्किल हो रही……
लखनऊ। सब्जियों के बाद अब दाल व मसाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बनने लगे हैं। इनकी कीमतों में इजाफे ने लोगों की मुश्किल बढ़ा दी है। दाल में तड़का लगाने वाले मसालों के दाम लोगों की जेब पर भारी पड़ रहे हैं। इससे आम लोगों की गृहस्थी का गणित गड़बड़ा गया है।
दरअसल अभी तक लोगों के दिलो दिमाग में टमाटर, हरी मिर्च, हरे धनिया के साथ सब्जियों के ऊंचे दाम ही छाए हुए थे लेकिन, अब एक और मुश्किल बढ़ गईं हैं। दाल के साथ मसालों के दाम में भी पहले की अपेक्षा काफी बढ़ गए हैं। इस समय अरहर की दाल 160 रुपये किलो की दर से बाजार में बिक रही है। हल्दी, जीरा, लौंग सहित अन्य मसालों के दाम भी लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गए हैं।
अमेठी के किराना व्यापारी राहुल ने बताया कि सभी दालों के दाम में 10 से 20 रुपये बढ़ गए हैं। आटा व चावल के दाम भी बढ़े हैं। मसालों के दामों में तेजी आने का असर कारोबार पर पड़ रहा है। किराना व्यापारी दीपक जायसवाल का कहना है कि बाजार में उतार चढ़ाव लगा रहता है। पिछले कुछ दिनों से दालों और मसालों के दामों में जिस प्रकार से तेजी आई है, वह पहले नहीं देखने को मिलती थी।
गृहणियों का दर्द, दाल रोटी में भी बाधा
नेहा जायसवाल का कहना है कि बढ़ते दामों ने गृहस्थी पर असर डाला है। इससे आम लोगों के सामने दाल रोटी का संकट खड़ा हो गया है। सरकार को कोई नीति बनानी चाहिए।
महंगाई पर नियंत्रण के लिए करें ठोस प्रयास
कंचन मिश्रा का कहना है कि सरकार को महंगाई पर नियंत्रण के लिए ठोस प्रयास करना चाहिए। देखना चाहिए कि कहीं पर स्टॉक डंप करके महंगाई को बढ़ावा तो नहीं दिया जा रहा है।
महंगाई पर लगाएं रोक
गीता यादव का कहना है कि महंगाई क्यों बढ़ रही है। कभी सब्जी तो कभी दाल, मसाले के दाम, इसको लेकर सरकार को देखना चाहिए। इस पर रोक लगाने का प्रयास किया जाय।
गृहस्थी चलाने में मुश्किल
एस परवीन का कहना है कि अब तो गृहस्थी चलाने में मुश्किल होने लगी है। सब्जी के बाद अब दाल की कीमत बढ़ गई। मसाले के दाम बढ़ गए। क्या किया जाय, कुछ समझ में नहीं आ रहा है।