योगी जी! मदद कीजिए, सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई गर्भवती को नहीं मिल रहा उपचार, हालत है बेहद नाजुक……
मेरठ। भले ही प्रदेश सरकार कितने भी महिला सम्मान और सुरक्षा के दावे करती हो लेकिन, धरातल पर सिस्टम कितना बेजार है। इसका उदाहरण इसी से लग जाता है कि सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता और तीन माह की गर्भवती किशोरी को किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में पुख्ता इलाज नहीं मिल रहा है। लगातार रक्तस्राव होने के कारण उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। यह मामला मेरठ के खरखौदा क्षेत्र का है।
पुलिस ने मामले में किशोरी का मेडिकल कराने और आरोपियों को जेल भेजने के बाद अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पीड़िता मुख्यमंत्री से इलाज की गुहार लगा रही है।
क्षेत्र के गांव का ही एक व्यक्ति 15 वर्षीय किशोरी को अगवा कर ले गया था। आरोपी ने उसे बिजलीबंबा चौकी क्षेत्र के लोहियानगर में जबरन मकान में बंधक बनाकर रखा और साथियों के साथ मिलकर उससे सामूहिक दुष्कर्म करता रहा।
उधर किशोरी के परिजनों को सूचना मिली तो मौका पाकर किशोरी की मां पीड़िता को अपने साथ ले आई और दिलशाद फैज समेत चार के खिलाफ बेटी का अपहरण कर बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने किशोरी का मेडिकल कराने के बाद सभी आरोपियों को जेल भेज दिया था। मेडिकल में किशोरी दो माह की गर्भवती निकली थी। पुलिस ने भी केवल किशोरी का मेडिकल कराने के बाद अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया।
वायरल वीडियो के अनुसार, किशोरी को लगातार रक्तस्राव हो रहा है, जिस कारण उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस समय पीड़िता तीन माह की गर्भवती है। मामला सामूहिक दुष्कर्म से संबंधित होने के कारण कोई भी चिकित्सक सरकारी या निजी अस्पताल में उसके इलाज को तैयार नहीं है। पीड़िता ने मुख्यमंत्री से भी गुहार लगाते हुए अपने इलाज की मांग की है।