कांवड़ियों पर लाठीचार्ज के बाद हटे थे यह आईपीएस, अब पूर्व सीएम ने योगी सरकार पर कसा तंज, कही ये बात……
लखनऊ। शासन ने रविवार को 14 आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर किये थे। इसमें एक नाम बरेली के कप्तान रहे आईपीएस प्रभाकर चौधरी का भी था। ये कार्रवाई बरेली में कांवड़ियों पर लाठीचार्ज होने के ठीक चार घंटे बाद हुई थी। अब इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर तंज कसा है।
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि जो कानून.व्यवस्था की बात करेगा, भ्रष्ट भाजपा का राज उसको बर्खास्त करेगा। बता दें कि अखिलेश यादव भाजपा सरकार पर हमला करने का एक भी मौका नहीं छोड़ते हैं। ऐसे में आईपीएस पर हुई ट्रांसफरी की कार्रवाई को लेकर अखिलेश ने सरकार को घेरा। अखिलेश ने अपने ट्वीट में भाजपा को भ्रष्ट बताया है।
सूची में प्रदेश के 13 अन्य आइपीएस के नाम भी हैं मगर, प्रभाकर चौधरी का तबादला कांवड़ियों पर लाठीचार्ज से जोड़ा जा रहा। भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने यही संकेत दिया। उन्होंने बताया कि शाम 6ः20 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन कर घटनाक्रम बताया, उन्होंने कठोर कार्रवाई की बात कही थी।
प्रभाकर चौधरी 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। प्रभाकर दस वर्षों में 15 से अधिक जिलों की कमान संभाल चुके हैं। वहीं इन दस वर्षों में उन्हें 20 से अधिक तबादले हुए हैं। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी करने के बाद एलएलबी की पढ़ाई की। प्रभाकर चौधरी बलिया, बुलंदशहर, कानपुर में एसपी के पद पर तैनात रह चुके हैं। उन्हें वाराणसी के एसएसपी की जिम्मेदारी दी जा चुकी है। इससे पहले वह मुरादाबाद के एसएसपी थे।
रविवार को क्या हुआ था बरेली में
बरेली के चकमहमूद मुहल्ले से जोगी नवादा के रास्ते पर कांवड़यात्रा निकालने को लेकर करीब 24 घंटे पहले रविवार को बवाल हो गया था। कांवड़िये साउंड सिस्टम लेकर गली में एकत्र हुए तो 300 मीटर दूर नई परंपरा बताकर मुस्लिम महिलाएं प्रस्तावित मार्ग पर बैठ गईं थी। चार घंटे दोनों ओर से तनातनी होती रही, जिसे अधिकारी काबू नहीं कर सके। इस बीच किसी खुराफती ने हवाई फायरिंग की तो पुलिस ने कांवड़ियों के जत्थे पर लाठीचार्ज कर दिया था। आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए थे। शाम छह बजे प्रकरण थमा मगरए इसके चार घंटे बाद एसएसपी प्रभाकर चौधरी का तबादला कर लखनऊ पीएसी भेज दिया गया।