भोजन बनाओ, एक घंटे में आएंगे, बोलकर गश्त पर निकले दारोगा, सड़क हादसे में चली गई जान…..
मेलानगरी, कुशीनगर। कुशीनगर जिले के पडरौना कोतवाली के बंधूछपरा गांव के समीप खड्डा.पडरौना मार्ग पर सोमवार सुबह ट्रक के ठोकर से बाइक सवार दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिसकर्मी एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले गए, जहां हालत गंभीर बता डाक्टरों ने मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज ले जाते समय मृत्यु हो गई। दारोगा की मृत्यु की खबर मिलते ही जनपद के पुलिस अधिकारी व कर्मचारी दुखी हो गए। दारोगा जौनपुर जिले के जलालपुर थाने के चितईपुर गांव के रहने वाले थे। पत्नी व एकलौता पुत्र साथ रहते हैं। दारोगा हेलमेट पहने हुए थे। दुर्घटना के बाद चालक फरार हो गया।
पडरौना कोतवाली में तैनात दारोगा 53 वर्षीय आनंद शंकर सिंह सुबह आठ बजे बाइक से अकेले ही गश्त पर निकले थे। पडरौना.खड्डा मार्ग पर बंधू छपरा गांव के समीप पहुंचे कि अचानक खड्डा की तरफ से आए तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में ठोकर मार दिया। इससे वे लहूलुहान हो गिर पड़े। राहगीरों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। खबर मिलते ही जनपद के पुलिसकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई। पत्नी रंजना व बेटे देवेंद्र कुमार सिंह का रो.रो कर बुरा हाल है। पत्नी व बेटे संग दारोगा कोतवाली के बगल में ही किराए का कमरा लेकर रहते थे। कोतवाल राज प्रकाश सिंह ने बताया कि अज्ञात वाहन व चालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया कर लिया गया है।
भोजन बनाओ, एक घंटे में आएंगे
सड़क हादसे में दारोगा की मृत्यु की खबर मिलते ही पत्नी चीखने.चिल्लाने लगीं। पत्नी की दशा देख महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें मुश्किल से संभाला। वह यह कहते कहते अचेत हो गईं कि जाने से पहले बोले थे कि भोजन बनाओ हम एक घंटे में लौट आएंगे।
एक वर्ष पूर्व बीमारी से बेटी की मृत्यु
पुलिसकर्मियों के अनुसार दारोगा आनंद शंकर सिंह के इकलौते बेटे के अलावा एक बेटी भी थी। डेढ़ वर्ष पूर्व उसकी शादी हुई थी। छह माह ससुराल में रहकर वह ससुराल से पिता के पास पडरौना आई थी। अचानक पेट में दर्द होने पर दारोगा निजी अस्पताल ले गए, जहां उसकी मृत्यु हो गई।