चारों ओर पानी ही पानी…..नाव के सहारे अस्पताल पहुंचाई गई गर्भवती महिला, तेजी चल रहा रेस्क्यू……
अंबाला। अंबाला के नग्गल क्षेत्र में अभी भी बाढ़ के हालात बने हुए हैं।जबकि थल सेना, वायुसेना, पुलिस, एनडीआरएफ, एचडीआरएफ की टीमें लोगों को रेस्क्यू करने में जुटे हैं। नग्गल क्षेत्र के गांव अलाउद्दीन में एक गर्भवती महिला को रेस्क्यू किया और अस्पताल पहुंचाया। इस महिला की डिलीवरी समय नजदीक थाए वह कभी भी बच्चे को जन्म दे सकती थी। महिला प्रवीण कुमारी अपने घर पर ही फंसी थी। जबकि बाहर आने का कोई रास्ता नहीं था।
गर्भवती महिला को नाव के सहारे पहुंचाया अस्पताल
बताया जाता है कि डॉक्टरों ने जुलाई में प्रसव तिथि दी थी। महिला को जब दर्द होने लगा। तो लोगों ने इसकी सूचना किसी तरह पुलिस तक पहुंचाई। इसके बाद पुलिस और सेना की टीम महिला के घर तक पहुंची और उसे नाव में बिठाकर बाहर लाए। इस महिला को अस्पताल भी पहुंचाया। जहां उसका चेकअप किया गया। बताया जाता है कि जिस हिस्से में यह महिला फंसी थीए वहां तक पहुंचना काफी मुश्किल था। लेकिन जवानों ने हिम्मत व हौसले से महिला को बाहर सुरक्षित निकाला।
कड़ी मशक्कत के बाद अस्पताल भर्ती कराई गई महिला
इस हिस्से में करीब छह फीट तक पानी भरा हुआ था। बताया जाता है कि महिला का पति सुभाष हरियाणा पुलिस में सहायक के पद पर कार्यरत हैं। उधर गांव के आसपास स्थिति अभी तक सामान्य नहीं हो पाई है। गांवों में पानी भरा पड़ा है, जबकि बाहर आने के लिए अभी भी कोई साधन नहीं है।
लोगों को किश्ती के सहारे ही बाहर निकाला जा रहा है। वहीं अभी भी अंबाला के कई हिस्सों में अभी भी बाढ़ की स्थिति है और लोग घरों में फंसे हैं। सबसे ज्यादा हालात नग्गल क्षेत्र के खराब हैं। जहां अभी भी कई.कई फीट पानी खड़ा है। दूसरी ओर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज के आवास में भी पानी घुसा है। जबकि उनकी रिहायशी शास्त्री कालोनी में भी अभी तक पानी जमा है।
प्रदेश में 17 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना
दूसरी ओर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है कि पहाड़ों से और पानी छोड़ा जा सकता है। जिसके चलते टांगरी, मारकंडा नदी के आसपास की कालोनियों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि अधिकारी पूरी तरह से सतर्क हैं। जबकि घग्गर मारकंडा नदी में और पानी आ सकता है। दूसरी ओर सेना के साथ अब वायुसेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
हेलीकॉप्टर के माध्यम से घरों की छतों पर फंसे लोगों को खाने के पैकेट, टार्च, मोमबत्ती सहित अन्य जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है। दूरी ओर मौसम विभाग का अनुमान है कि सत्रह जुलाई तक बारिश की संभावनाएं हैं। ऐसे में लोगों की धड़कनें एक बार फिर से बढ़ गई हैं।