यहां अचानक हिलने लगते हैं घर, गिरने लगते हैं रखे बर्तन, 40 दुकानों.मकानों में आईं दरारें, ये है वजह…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
मेरठ में जली कोठी स्थित नादिर अली बिल्डिंग में कंपन की समस्या अभी दूर भी नहीं हुई है कि दिल्ली रोड पर बहादुर मोटर्स से दिल्ली चुंगी और मेट्रो प्लाजा तक 40 से अधिक दुकानों और मकानों में भी दरारें आ गई हैं। ज्यादातर दुकानों के फर्श धंस गए हैं। घरों में कंपन महसूस होता है तो रसोई में रखे बर्तन गिरने लगते हैं। यह एक दो दिन से नहीं, बल्कि पिछले दो माह से क्षेत्रवासी ऐसी समस्या का सामना कर रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार खोदाई के कारण मकानों के नीचे की मिट्टी खिसक गई है, ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादस हो सकता है। इसके चलते उन्हें हर समय डर रहता है।
दरअसल मेरठ में देश की पहली रैपिड रेल के लिए ट्रैक निर्माण का कार्य प्रगति पर है। दिल्ली रोड पर बहादुर मोटर्स से आगे सुरंग बनाई गई है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम एनसीआरटीसी की टीम यहांं केमिकल डालकर फिलिंग कर रही है। ऐसे में क्षेत्र में भूमिगत कंपन होता है। कंपन के कारण लोगों का डर बढ़ता जा रहा है। बहादुर मोटर्स के सामने कन्फेक्शनरी की दुकान के मालिक विजय भारद्वाज ने बताया कि कुछ समय पहले ही यहां सड़क धंस गई थी। इस पर लोहे की प्लेट लगाई गई। अब दुकान का पूरा फर्श टूट गया है। पिलर भी खिसक गया है। आए दिन कंपन महसूस होता है।
दिल्ली चुंगी निवासी अधिवक्ता अमित जैन ने बताया कि उनके कार्यालय के साथ ही इंडियन बैंक की शाखा में दरार आ गई है। प्रतिदिन काफी संख्या में लोग बैंक में आते हैं। यहां अक्सर हादसे का डर बना रहता है।
प्रमोद कुमार ने बताया कि बीकानेर बिल्डिंग, कार धुलाई केंद्र, ज्ञानी के प्रतिष्ठान, फेनटास्टिक स्टोर सहित 40 से अधिक प्रतिष्ठानों और भवनों में दरारें आ गईं हैं। इस बारे में उच्च अधिकारियों से शिकायत की गई है।
लगातार कांप रही नादिर अली बिल्डिंग, बैंक में भी दरार
शहीद स्मारक के पास जली कोठी स्थित नादिर अली की बिल्डिंग लगातार कांप रही है। बिल्डिंग में रहने वाले लोगों का आरोप है कि रैपिड के कारण बिल्डिंग में दिक्कत आ रही है। नीचे मशीन चलती हुई महसूस होती है। बर्तन गिरने लगते हैं और पंखे भी हिलते हैं। कई मकानों में दरार तक आ चुकी है। इतना ही नहीं पास में ही बैंक की दीवार भी दरक रही है। इसी के साथ रैपिड रेल के अधिकारी इसे सिरे से खारिज कर रहे हैं। उनका कहना है कि वहां कोई काम नहीं हो रहा है। ऐसे में रैपिड का इससे कोई लेना.देना नहीं है।
रैपिड वाले नहीं देते सही जवाब
नादिर अली बिल्डिंग के नीचे ऐसा लगता है कि कोई बड़ी मशीन चल रही हो। तेज आवाज आती है और कंपन महसूस होता है। रैपिड रेल के साथ ही जिला प्रशासन को भी शिकायत की, लेकिन कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा। . शाहिद मंजूर, विधायक किठौर