कंटेंट के बिना समाचार प्राणहीनः प्रो. बीआर गुप्ता
वाराणसी। पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क।।
2 दिसंबर पत्रकारिता में भाषा का विशेष महत्व है। भाषा तभी मजबूत होगी जब छात्र प्रतिदिन दो घंटे अध्ययन करें और आधा घंटा लिखने पर बल दें। ऐसा करने से नए शब्दों का ज्ञान होगा और कंटेंट में सुधार आएगा, क्योंकि कंटेंट के बिना समाचार प्राणहीन हो जाता है।
उक्त उद्गार प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य प्रो. बलदेव राज गुप्त ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के महामना मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता संस्थान में आयोजित विशेष व्याख्यान में व्यक्त किए। उन्होंने छात्रों से संवाद के क्रम में प्रेस काउंसिल के अधिकारों पर प्रकाश डाला एवं उन्हें सलाह दी कि समाचार में विषय.वस्तु पर विशेष जोर दें।
उन्होंने कहा कि प्रतिदिन किसी न किसी विषय पर अवश्य लिखने की आदत डालें। डॉ० गुप्त ने चिंता व्यक्त की कि समाचार रिसर्च और संरचना पर बहुत कम खर्च किए जाते हैंएजबकि यही मीडिया की जान है। भारतीय पत्रकारिता का यही कमजोर पक्ष भी है। उन्होंने प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए उसकी संरचना के बारे में बताया और पत्रकारिता में कंटेंट राइटर और डेटा के अभाव की बात कही। डॉ. गुप्त ने छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर बहुत ही सहजता से साथ दिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ. दयानंद ने डॉ. गुप्त का परिचय दिया। उन्हें पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। संचालन संस्थान के एसोसिएट प्रो. डॉ नागेंद्र कुमार सिंह ने किया।
श्री सिंह ने कहा कि डॉ गुप्त के समक्ष यहां पत्रकारिता से जुड़ी चौथी पीढ़ी विद्यमान है। यह संस्थान के लिए सबसे बड़े सौभाग्य की बात है।धन्यवाद ज्ञापन डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह ने किया।
कार्यक्रम प्रो. गुप्त के पुराने छात्र 87 वर्षीय डॉ. सुधीर कुमार डे सहित डॉ. नरसिंह राम तथा संस्थान के अध्यापक डॉ रविंद्र पाठक, डॉ. जयप्रकाश श्रीवास्तव, डॉ. देवाशीष वर्मा, डॉ. जिनेश कुमार, शैलेश चौरसिया सहित संस्थान के छात्र.छात्राएं देवेंद्र, राहुल, अभिषेक, शिवानी, वार्तिक, आयुषी, शशिकांत, सृष्टि, रौशन, स्मिता, प्रिया, रेशमा, जया, सौम्या, अश्वनी, प्रोनोतो, मिथिलेश, मंगलम, सुधा, विकास, मोनिषा, रजनी, अबीर मौजूद रहे।