यूपी कैबिनेट का फैसला, 36 गांव मिलाकर होगा गठन……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
काशी/अयोध्या, मथुरा वृंदावन और विंध्यवासिनी धाम की तर्ज पर सीतापुर के नैमिष धाम के पुनरोद्धार का रास्ता साफ हो गया है। 88,000 ऋषियों की पावन तपःस्थली नैमिषारण्य अपनी पौराणिक महत्ता के अनुसार अब विकास की राह से जुडने जा रहा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई प्रदेश कैबिनेट की बैठक में श्री नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद के गठन का निर्णय हुआ।
नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास योजना के पीछे मुख्यमंत्री का उद्देश्य नैमिषारण्य क्षेत्र के विकास के लिये और पर्यटन तथा संस्कृति विशेष रूप से धार्मिक क्रियाकलापों तथा अध्यात्मिक पर्यटन हेतु अवसंचनात्मक सुविधाओं का विकास करना है। गठित होने जा रही विकास परिषद का विस्तार सीतापुरध्हरदोई के भीतर स्थित नैमिषारण्य क्षेत्र में होगा।
नैमिषारण्य के अधीन क्षेत्र में सीतापुर के 36 ग्राम सम्मिलित हैं। जिसका क्षेत्रफल 8511.284 हेक्टेयर है और जिसमें ग्यारह गंतव्य स्थान सम्मिलित है। इसमें से सात गंतव्य स्थान जिला सीतापुर के अधीन आते हैं। यह कोरोना, जरीगवां, नैमिषारण्य, देवगंवा, मदरूवा, कोलूहता बरेठी और मिश्रीट हैं और चार अवस्थान जिला हरदोई के अधीन आते हैं, जो हरैया, नगवा कोठावां, गिरधरपुर, उमरारी और साक्षी गोपालपुर हैं। सम्पूर्ण परिपथ 209 मील अथवा 84 कोस का है।