यहां जंगली फल जेट्रोफा को खाने से पांच बच्चों सहित आठ बीमार, मसल्स रिएक्शन बड़ा कारण…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बाराबंकी। जैदपुर क्षेत्र के ग्राम चंदौली में बुधवार की रात जंगली फल जेट्रोफा को खाने से पांच बच्चों सहित आठ लोग बीमार हो गए। जिला चिकित्सालय में चार बच्चों को भर्ती कराया गया है। जबकि कुछ का इलाज निजी अस्पतालों में भी हो रहा है।
जिला चिकित्सालय में राम कैलाश की पुत्री लक्ष्मी, धनीराम की पुत्री गुड़िया, विक्की व अंकित की बहन रंजना को भर्ती कराया गया है। अपनी बहन रंजना को लेकर आए अंकित ने बताया कि रंजना गांव के कुछ बच्चों के साथ खेत में बथुवा बीनने गई थी। वहीं पर इन लोगों ने जेट्रोफा का फल खा लिया था।
सभी बच्चे फलों को घर भी लेकर आए थे। फल खाने में अच्छे लगते हैं। इसलिए बड़े.बूढ़ों ने भी फल खा लिए। करीब आठ लोगों को फल खाने के बाद उल्टी व दस्त आने लगे। जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ब्रजेश कुमार ने बताया कि सभी की हालत अब ठीक है। अभी उनको अस्पताल में ही रखा गया है।
क्या है जेट्रोफा फल, सतरिख सीएचसी अधीक्षक डा. नितीश कुमार सिंह ने बताया कि जेट्रोफा में एक तरह का टॉक्सिन होता है। इससे मसल्स रिएक्शन होता है। छोटे बच्चे अगर एक फल तोड़कर उसमें का तीन बीज भी खा लें तो उन्हें उल्टी, पेट दर्द, दस्त व गर्मी लगने लगती है। ऐसे बच्चों को तत्काल चिकित्सक को दिखाना उचित रहेगा। स्वस्थ व्यक्ति भी तीन फल खा ले तो उसे भी यहीं समस्याएं हो सकती है। एक फल में चार बीज होता है।
जेट्रोफा के पौधे और उसके बीज के बारे में जन, जागरूकता जरूरी है। यह बच्चों को पता होना चाहिए कि जेट्रोफा के बीज खाने से शरीर को नुकसान पहुंचता है। जैसे धतूरा भी विषैला होता है लेकिन, घर, घर में इसके असर की जानकारी लोगों को है। बच्चा भी जानता है कि इसके खाने से नुकसान है। ठीक इसी प्रकार जेट्रोफा के बारे में जानकारी फैलाना जरूरी है।