एक क्लिक… और दरोगा रहे…. के खाते से निकाल लिए 32 लाख, ऐसी गलती आप तो नहीं करते
मिर्जापुर, पूर्वाचल पोस्ट न्यूज
जीवित प्रमाण पत्र जमा करने के नाम पर सेवानिवृत्त दरोगा के मोबाइल से डाटा लेकर लगभग 32 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में दो खातों में पड़े लगभग छह लाख रुपये को फ्रीज करा दिया है। इस मामले का खुलासा परिक्षेत्रीय साइबर थाना प्रभारी श्याम बहादुर यादव ने किया।
उन्होंने बताया कि चुनार थाना क्षेत्र के जलालपुर निवासी पूरनराम पुलिस विभाग के सेवानिवृत्त उप निरीक्षक हैं। बीते 11 अगस्त को कोषागार कार्यालय का कर्मचारी बताते हुए एक युवक ने उन्हें फोन कर बताया कि उनका पेंशन बंद हो रहा है। पेंशन चालू रखने के लिए जीवित प्रमाण पत्र अपडेट करा लीजिए।
ऐसे की धोखाधड़ी
सेवानिवृत्त दरोगा को विश्वास में लेकर ठग ने उनके मोबाइल में स्क्रीन शेयर एप अपलोड कराकर खाते की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर ली। इसके बाद उसी दिन मोबाइल पोर्ट के लिए उनके मोबाइल से मैसेज कराया। बीते 17 अगस्त को उनका मोबाइल बंद हो गया तो दूसरा सिम चालू करा लिया। पूरनराम इस बात से अंजान थे कि ठग दूसरे राज्यों में अपने साथियों के खाते में पैसे भेजने लगा है।
उसने लगभग 35 खातों में 31 लाख 73 हजार 21 रुपये भेज दिया। इस बीच पूरन राम का पुत्र जब बैंक गया तो पता चला कि खाते से पैसे निकल गए हैं। इसके बाद पूरन राम ने परिक्षेत्रीय थाने में तहरीर दी। निरीक्षक श्याम बहादुर यादव ने बताया कि छानबीन में पता चला कि ठगी करने वाले झारखंड के रहने वाले हैं। वे दूसरे के खाते में पैसा भेजे हैं।
इसमें दो खातों में रखे लगभग छह लाख रुपये को फ्रीज कराया गया। उन्होंने बताया कि छानबीन के बाद आरोपी मनीष कुमार शाह निवासी मीठा मिर्जा चौकी थाना साहबगंज झारखंड और संतोष कुमार मंडल निवासी कटवन थाना मोहनपुर जिला देवघर झारखंड को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से एक आईफोन समेत चार मोबाइल फोन, दो डेबिट कार्ड, तीन सिमकार्ड, दो आधार कार्ड, एक पैन कार्ड व 1080 रुपये बरामद हुए।
आरोपियों के पास 39 हजार लोगों का डाटा
ऑनलाइन ठगी में गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल और अन्य की जांच में पता चला कि आरोपियों के पास देश भर के जज, पुलिस, डॉक्टर, सेवानिवृत्त अधिकारियों समेत 39 हजार लोगों के डाटा मौजूद हैं।
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