यहां फिर सामने आयी जननी की पीड़ा, 5 किमी पैदल चलने के बाद अस्पताल पहुंची गर्भवती महिला…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
भुवनेश्वर। ओड़िशा में महिलाओं की आधारभूमि सुविधाओं की कमी के कारण आए दिन प्रदेश के दूर दराज इलाकों से दिल को दहला देने वाली घटनाएं सामने आती रही हैं। कभी गर्भवती महिलाओं को खाट पर लादकर एम्बुंलेंस तक पहुंचाया जा रहा है तो कभी एम्बुलेंस ना मिलने से मरीजों को अस्पताल तक खाट पर लादकर लाया जा रहा है। प्रदेश में इस तरह की घटना तब हो रही जब नवीन पटनायक सरकार लगातार विकास को सर्वोपरि बताते हुए खुद को लगातार विकासमुखी सरकार बता रही है।
जानकारी के मुताबिक ऐसी ही एक घटना पुनः कंधमाल जिले के फुलवाड़ी फिरिंगिया प्रखंड के मातापदर गांव में सामने आयी है। गांव तक सड़क ना होने के कारण गांव में एंबुलेंस नहीं पहुंच पायी और फिर गर्भवती महिला को पहले पैदल और फिर आटो से अस्पताल पहुंचाया गया।
खबर के मुताबिक गांव के चंद्रिका कहर को प्रसव पीड़ा होने पर एक आशा कर्मी के जरिए एंबुलेंस को फोन किया गया। लेकिन भृंगियोड़ी मुख्य मार्ग से मातापदर तक 6 किमी तक सड़क नहीं होने के कारण एंबुलेंस नहीं पहुंच सकी। यहां तक उक्त जगह पर ऑटो भी नहीं पहुंच पाया।