साइबर सेल के बीच फंसी हनीट्रैप मामले की जांच, टेक्निकल असिस्टेंट से हुई थी 30 लाख की ठगी……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। साइबर सेल और थाना पुलिस का सामंजस्य न होने के चलते गोविंद नगर थाना क्षेत्र में हनीट्रैप के जरिए टेक्निकल असिस्टेंट से हुई 30 लाख की ठगी का अब तक राजफाश नहीं हो सका। जबकि ठगों ने जिन नंबरों से ठगी कर जिन बैंक खातों में रकम ट्रांसफर कराई थी।
वह गुरुग्राम और हरियाणा के नंबर व अकाउंट मिले थे। लेकिन कोई भी टीम वहां तक नहीं गई। जिससे जांच अब ठंडे बस्ते में चली गई है।
प्रतिरक्षा संस्थान में टेक्निकल असिस्टेंट से जून 2021 में एक युवती ने उन्हें हनीट्रैप के जरिए उसे फंसाया और उसके बाद युवती के साथियों ने क्राइम ब्रांच अधिकारी बन ब्लैकमेल कर उनसे 30 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए थे। 17 जनवरी को पिता ने जब बेटे के साथ हो रही ब्लैकमेलिंग की बातें सुनी तब उन्होंने गोविंद नगर थाने में शिकायत की थी।
इसके बाद एक युवती और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी 420, आइटी 66डी, धमकी 507 की धारा में मुकदमा दर्ज किया था। मामले में पुलिस ने ठगों के नंबरों की सीडीआर निकलवाई तो आठ संदिग्ध नंबर निकले थे। जो गुरुग्राम और हरियाणा समेत जिले के थे।