यहां के इन सड़कों पर गरजे हजारों बेरोजगार, हुजूम देख छूटे पुलिस के पसीने…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
देहरादून। यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में धांधली सामने आने के बाद से कई भर्ती परीक्षा संदेह के घेरे में आ गई हैं और कईयों की जांच की जा रही है। यूकेएसएसएससी पेपर लीक प्रकरण में अब तक 36 आरोपितों का नाम सामने आ चुके हैं।
मास्टमाइंड सैयद सादिक मूसा और उसके साथी योगेश्वर राव को छोड़कर बाकी 34 एसटीएफ के हत्थे चढ़ चुके हैं। मूसा और योगेश्वर समेत कुल 21 आरोपितों के विरुद्ध एसटीएफ ने गैंगस्टर की कार्रवाई भी की है। 21 नकल माफिया पर शिकंजा कसने के बाद एसटीएफ अब उनकी अवैध संपत्ति पर कार्रवाई के लिए तेजी से काम कर रही है।
वन दारोगा परीक्षा में धांधली के मामले में छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। दो आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वर्ष 2015 में हुई पुलिस दारोगा भर्ती परीक्षा में भी जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। उत्तराखंड विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों के मामले में तीन सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है।
वहीं कई परीक्षाओं में धांधली सामने आने के बाद से प्रदेश के युवा बेरोजगारों में रोष है। वह इन भर्ती परीक्षाओं की सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को हजारों बेरोजगार युवाओं ने राजधानी में हुंकार भरी। देहरादून की सड़क पर उतरे हजारों युवाओं ने अपना रोष प्रकट किया और सीबीआइ जांच की मांग की।
उत्तराखंड में अब तक हुए भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच और इसमें लिप्त आरोपितों पर कार्रवाई को लेकर बेरोजगार संगठनों ने परेड ग्राउंड से सचिवालय तक रैली निकाली।