ग्राम विकास अधिकारी ने जीवितों को दिखाया था मृत, डीएम ने निलंबित कर सौंपी जांच…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
महोबा। कबरई ब्लाक की ग्राम पंचायत पचपहरा में छह बुजुर्गों को जीवित रहते उन्हें सत्यापन के दौरान मृत दर्शा कर उनकी पेंशन एक साल पहले बंद कर दी गई थी। यह छह बुजुर्ग मंगलवार को डीएम के पास गले में मैं जिंदा हूं लिखी तख्ती लटका कर पहुंचे थे। डीएम ने मामले की जांच सदर एसडीएम और जिला समाज कल्याण अधिकारी को सौंपी थी। अधिकारियों ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपी।
प्रथम दृष्टया यह बात साफ हो गई कि गांव के छह बुजुर्गों को जानबूझ कर मृतक की श्रेणी में दिखा कर पात्रता से अलग किया गया था। डीएम मनोज कुमार के निर्देश पर ग्राम विकास अधिकारी विक्रमादित्य को निलंबित कर दिया गया है। वहीं मृत दर्शाए गए बुजुर्गों की पेंशन बहाल कर दी गई है।
मंगलवार को पचपहरा गांव की गिरजारानी पत्नी वृंदावन, सरमन अहिरवार, कालिया यादव, सुरजी, नंदकिशोर, राकेशरानी पत्नी रामाधीन यादव महोबा कलेक्ट्रेट पहुंची थी। इन लोगों के गले में लिखी हुई तख्ती थी। जिस पर अंकित था कि साहब मैं जिंदा हूं, इस मामले की शिकायत पर डीएम ने सदर एसडीएम जीतेंद्र कुमार, समाजकल्याण अधिकारी सविता देवी को जांच सौंपी थी।