सेना में अब तीन ग्रेड के चरण में होगी रिक्रूटर्स की ट्रेनिंग, लखनऊ के रेजीमेंटल ट्रेनिंग सेंटर को आदेश जारी…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। अग्निपथ योजना के लिए सेना अपनी नौ महीने की पुरानी ट्रेनिंग में अग्निवीरों के व्यक्तित्व विकास के अनुसार बदलाव करने जा रही है। अब छह माह की जो ट्रेनिंग होगी। उसमें चार की जगह तीन ग्रेड के चरण होंगे। दिल्ली में नए ट्रेनिंग सिस्टम को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। जिसके लिए लखनऊ सहित सभी जगह के रेजीमेंटल ट्रेनिंग सेंटरों को आदेश जारी किए गए हैं।
सेना में कोर और रेजीमेंट के ट्रेड के आधार पर रिक्रूटर्स को ट्रेनिंग दी जाती है। एक इन्फेंट्री के सिपाही की जनरल ड्यूटी जीडी की ट्रेनिंग नौ माह की होती है। सैनिक जीडी की 18 सप्ताह में फिजिकल ट्रेनिंग व ड्रिल पूरी होती है। ट्रेनिंग की शुरुआत रेजीमेंटल सेंटरों में चौथे ग्रेड से होती है। जिसमें रिक्रूटों को बेसिक ट्रेनिंग, ड्रिल मार्चिंग, सैल्यूटिंग जैसी ट्रेनिंग दी जाती है। इसके बाद तीसरे ग्रेड की तीन महीने की एडवांस ट्रेनिंग होती है। जिसमें काउंटर इमरजेंसी आपरेशन और घात लगाने जैसी ट्रेनिंग दी जाती है।