Sunday, May 5, 2024
उत्तर-प्रदेशचंदौली

चंदौलीः 734 गांव में शासन के निर्देश पर लगाया जायेगा, तेजी के साथ शुरु हुई विकास खंडों में प्रक्रिया……चकिया विकास खंड के 89 गांवों में……

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

20 जून तक मनरेगा के तहत खोदे जायेंगे गड्ढे

प्रत्येक गांवों के 5 से 8 विस्वा जीएस भूमि पर अमृत वन लगाया जायेगा

75 पौधे किए जायेंगे रोपित

अमृत वन के लिए 3 वर्ष का बनाया जायेगा स्टीमेट

चंदौली। भारत सरकार आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर विभिन्न विभागों द्वारा अमृत महोत्सव के तहत अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मार्च को किया था। तब से लेकर लगातार कार्यक्रम आयोजित प्रदेश, जिला, ब्लाक, तहसील स्तर पर किया जा रहा है। इसी क्रम में इस बार वर्ष 2022.23 में शासन के मंशा के अनुरुप आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर धरा को हरा भरा करने के उद्देश्य से प्रत्येक ग्राम पंचायत व नगर निकाय में अमृत वन ;अमृत महोत्सव उद्यान की स्थापना किया जाना है। जिसमें कुल 35 करोड़ पौधे के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें से 14 करोड़ पर्यावरण, वन एवं जलवायु विभाग द्वारा एवं 21 करोड़ अन्य राजकीय विभाग द्वारा रोपित किया जायेगा।
बतादें कि इसके लिए जिलास्तर पर जिला वृक्षारोपण समिति का जनपदस्तर पर प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी के अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। इसी क्रम में जनपद के 734 ग्राम पंचायतों में अमृत वन स्थापित किया जायेगा। इसके साथ ही चकिया, चंदौली, सैयदराजा, पीडीडीयू नगर पालिका में भी अमृत महोत्सव उद्यान स्थापित किये जायेंगे। यह वन ग्राम पंचायत या नगर निकाय के जीएस भूमि पर स्थापित किए जायेंगे। जिसमें प्रत्येक ग्राम पंचायत व नगर निकाय में 75.75 पौधे रोपित किए जायेंगे।

ब्लाक स्तर पर इसकी तैयारियां जोरों पर किया जा रहा है। संबंधित बीडीओ सभी ग्राम प्रधानों को जानकारी देते हुए उक्त भूमि का जीओ टैग कराने के लिए निर्देशित किया जा रहा है कि ग्राम प्रधान जल्द से जल्द पूरी हरितीमा अमृत वन एप के माध्यम से जीओ टैग पूरा करा लें। 20 जून तक गड्ढे खोदने का कार्य युद्ध स्तर पर मनरेगा के तहत प्रत्येक विकास खंडों में कराया जायेगा। जो 60 सेमी तथा 90 सेमी के गड्ढे/1 मीटर/1.2 मीटर के अगौड गड्ढे होंगे। रोपित किए जाने वाले पौधों की प्रजातियां मुख्यतः 6/6 मीटर, 9/9 मीटर की दूरी पर लगाये जायेंगे।

अमृत वन में रोपित किए जाने वाले प्रजातियों का वितरण
पीपल, गूलर, सीता अशोक, नीम, आम, बेल, जामुन, महुआ, आंवला, चिरौंजी, पुत्रजीवा, शीशम, इमली, अर्जुन, कुसुम, लेहड़ा, सहजन, करेज सहित 22 प्रजातियों के पौधे रोपित किए जायेंगे। जो औषधि, रंगाई, इधन, फलदायक, खाद, शोभाकार, छायाकार होंगे।

उद्यान की सुरक्षा एवं देखभाल

अमृत महोत्सव उद्यान की सुरक्षा प्रभावी घेरबाड के माध्यम से की जायेगी। उद्यान के पौधे हेतु 5 वर्ष तक पूर्ण सुरक्षा एवं सघन देखरेख किया जायेगा। इसके उपरांत न्यूनतम पांच वर्षो तक रक्षा व्यवस्था रखी जायेगी।

वर्जन

इस संबंध में सहायक उपनिदेशक बचत/खंड विकास अधिकारी चकिया रवीन्द्र यादव ने बताया कि ब्लाकों में इसकी तैयारी शुरु हो गई है। भूमि का चयन करके एप के माध्यम से जीओ टैग कराया जा रहा है। मनरेगा से प्रत्येक ग्राम पंचायतों में 20 जून तक गड्ढे खोदने का कार्य को निर्देशित किया गया है। शासन के गाइडलाइन के अनुरुप अमृत वन अमृत महोत्सव उद्यान, प्रत्येक गांव में स्थापित किए जायेंगे।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *