पुलिस इंस्पेक्टर बताकर वाराणसी जिले में जमीनी विवाद के दौरान फायरिंग करना महंगा पड़…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
चंदौली। एसओजी टीम के सिपाही अमित सिंह के द्वारा खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताकर वाराणसी जिले में जमीनी विवाद के दौरान फायरिंग करना महंगा पड़ गया है। चंदौली के पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने एसओजी प्रभारी व फायरिंग करने वाले सिपाही को निलंबित करते हुए मामले में विभागीय जांच बैठा दी है।
बताया जा रहा है कि चंदौली जिले में एसओजी टीम के चर्चित सिपाही अमित सिंह अबकी बार एक नए कारनामे में फंस गए हैं वह खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताकर अपने एक करीबी रिश्तेदार के जमीनी विवाद में वाराणसी जिले के लोहता थाना क्षेत्र के विधायक गांव पहुंच गए थे। जहां राजस्व विभाग द्वारा जमीन की पैमाइश करने के बाद बाउंड्री बनाने का काम चल रहा था। इसी बीच एसओजी सिपाही अमित कुमार से दूसरे पक्ष की ओर से मौके पर पहुंच गए और अपने सरकारी पिस्टल से फायरिंग भी कर दी।
मौके पर गोली चलने की सूचना से आसपास के ग्रामीण जुट गए और उन्होंने एसओजी टीम के सिपाही अमित को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान अमित सिंह ने खुद को एसओजी टीम का दरोगा बताते हुए रौब जमाने की कोशिश की, लेकिन गांव वालों के आगे अमित की एक भी नहीं चली।
इसी दौरान मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष लोहता राजेश सिंह ने सिपाही सहित तीन व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया है और मौके से पिस्टल का खोखा भी बरामद किया है। इस मामले में डीजीपी के निर्देश के बाद चंदौली के पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने कार्यवाही करते हुए एसओजी टीम के प्रभारी अजीत सिंह और आरोपी सिपाही अमित सिंह को निलंबित कर दिया है।