सजा रह गया शादी का पंडाल और हाथों में मेहंदी सजा बैठी रही दुल्हन, नहीं आया दूल्हा और बरात……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर देहात। सिकंदरा के रसधान कस्बे में शादी का पंडाल सजा था और लाल जोड़े में दुल्हन हाथों में मेहंदी सजाए बैठी थी। पूरी रात इंतजार के बाद भी दूल्हा बरात लेकर नहीं पहुंचा। बरात न आने की जानकारी पर शादी की खुशियां गम में बदल गईं और कन्या पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। वहीं सिकंदरा एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर जांच की।
रसधान कस्बे के राधाकृष्ण उर्फ संतोष राजपूत ने बेटी अंकिता का विवाह आगरा के फतेहाबाद निवासी रामसनेही राजपूत के बेटे रामलखन से तय किया था। मंगलवार को बरात आनी थी। राधाकृष्ण ने बतायाए वर पक्ष के लोगों ने दहेज में तीन लाख रुपये पहले लिए थे। डेढ़ लाख गोदभराई व तिलक के दौरान दिए गए। मंगलवार रात बरात का इंतजार किया जाता रहा। खाने.पीने की व्यवस्था पूरी थी। काफी समय बीत गया लेकिन बरात नहीं आई।
उनका आरोप है कि जब फोन पर संपर्क किया गया तो वर के भाई ने दो लाख रुपये अतिरिक्त देने की मांग की और तभी बरात लेकर आने को कहा। अचानक इतनी व्यवस्था न हो पाने की बात कही तो बरात लाने से इन्कार कर दिया। बरात न आने से दुल्हन हाथ में मेहंदी लगाए ही बैठी रही। बुधवार को एसडीएम महेंद्र कुमार ने मामले की जांच की। सिकंदरा थाना प्रभारी रामगोविंद मिश्रा ने बताया आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।