दहकती होलिका के बीच से गुजरा मोनू पंडा, रोमांच के इन क्षणों में हजारों लोगों की थम गईं सांसें……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
आगरा। कान्हा की लीला भूमि पर भक्त प्रहलाद और होलिका दहन की लीला गांव फालैन में जीवंत हुई। शुभ मुहूर्त पर मोनू पंडा ने होलिका के दहकते अंगारों के बीच सकुशल गुजर गए। इसी अग्नि परीक्षा को देने के लिए गांव के मोनू पंडा ने एक महीने तक कठिन तप किया था। इसके हजारों लोग साक्षी बने।
कोसीकलां के गांव फालैन को प्रह्लाद नगरी के नाम से भी जाना जाता है। यहां हर वर्ष होलिका दहन के दिन अंगारों के बीच से पंडा निकलता है। लगातार तीसरी बार गांव के मोनू पंडा इस लीला को जीवंत करने के लिए 16 फरवरी को प्रह्लाद मंदिर पर कठिन तप बर बैठे थे। शुभ लग्न मुहूर्त आया। मोनू पंडा ने प्रह्लाद मंदिर की ज्योति पर हाथ रखा और जैसे शुभ लग्न के संकेत मिले। ज्योति की लौ से शीतलता का आभास होने लगा। पंडा के इशारे पर आसपास के गांवों के लोग होलिका में अग्नि प्रवेश कराया। इसके बाद मोनू पंडा ने प्रह्लाद कुंड में स्नान किए और पलक झपकते ही होलिका के दहकते अंगारों के बीच से गुजर गए। भक्ति और आस्था से जुड़े प्रदर्शन को देखने को हजारों लोग मौजूद रहे।