जहरीली शराब से मौतः शराब बनती और बिकती है पर दिखती नहीं, इस जिले में हर तीसरे घर में भट्ठी…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
चंबा। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सुंदरनगर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से एक के बाद एक सात लोगों को मौत हो गई है। ऐसे में चंबा जिला में भी पुलिस की अनदेखी किसी बड़ी अनहोनी का कारण बन सकती है। जिले में पुलिस की लाख सख्ती के बाद हर तीसरे घर में बनती शराब शहर भर में बिकती भी है। पुलिस और विभाग की सख्ती के बाद भी देसी शराब बनती और बिकती है पर अब दिखती कम है। गुप्त रूप से तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है। इसमें जिले के ग्रामीण क्षेत्र अव्वल हैं। जिलों के कई गांवों में देसी शराब बनाई जा रही है। पुलिस भी लगातार छापामारी कर अवैध शराब पकड़ रही है। बावजूद तस्करों का हौसला टूटता नजर नहीं आता है।
हालांकि अवैध शराब के इस कारोबार में हमारे पंचायत प्रतिनिधि भी बराबर के जिम्मेदार है। क्योंकि कहां और कब शराब बनती है इसकी जानकारी इनके पास होती है। लेकिन यह पुलिस और विभाग से समन्वय बनाने में रुचि नहीं रखते हैैं। पुलिस के पहुंचने से पहले तस्करों के पास पुलिस की रेड की सूचना पहुंच जाती है। कम लागत में अधिक कमाई के चक्कर में ऐसे लोग इससे जुड़ गए हैैं। जिन्हें न जेल जाने का डर है और न सामाजिक प्रतिष्ठा हनन का। कुछ पर्दे के पीछे से खेल खेलते हैं। अब गांव.गांव में घर ही अवैध शराब के ठेके बन गए हैैं। इधर परचून की दुकानों पर भी शराब बेची जा रही है।