लंबे इंतजार के बाद यूपी की महिला किसान को मिला समृद्धि का खजाना, जानिए. एक सुझाव ने कैसे बदली जिंदगी…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
उन्नाव। निराशा का अंधकार जब छा जाए तो कहीं न कहीं से उम्मीद की किरण भी फूटती है। परंपरागत खेती से किसी तरह घिसटती जिंदगी में निराशा का अंधेरा गहराने लगा तो बीघापुर ब्लाक के गांव बैजनाथ खेड़ा निवासी महिला किसान किरन को पूर्व जिला पंचायत सदस्य शिव सिंह से मिला शुद्ध सिरका तैयार करने का सुझाव उम्मीद की किरण सरीखा लगा। पति सुरेश बाबू वर्मा को राजी किया और पास के कोल्हू से दो ड्रम गन्ने का रस खरीद लाईं।
साढ़े तीन माह में बदली कहानीः साढ़े तीन माह तक बंद करके धूप में रखे इन दो ड्रम को जब उन्होंने खोला तो उनके हाथ समृद्धि का खजाना लग गया। दस वर्ष पहले की इस पहल से आज उनके परिवार की दशा बदल चुकी है। छोटी बेटी आयुषी के नाम पर इस सिरके की ब्रांडिंग करके वह इसे हरियाणा और पंजाब तक भेज रही हैं। आज जैविक सिरके का उनका 10 लाख रुपये सालाना का कारोबार है। सिरका बेचने कहीं जाना नहीं पड़ता, घर से ही बिक जाता है।