यूपीटीईटी के लिए निजी स्कूलों के साथ ही इनको भी बनाया जाएगा परीक्षा केंद्र, जानिए आदेश में और क्या कहा गया…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बरेली। उप्र राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के रद होने के बाद दोबारा परीक्षा आयोजित कराने के लिए अब हर पहलू पर गंभीरता से तैयारी की जा रही है। डीआइओएस के अनुसार राजकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय, महाविद्यालयों के साथ ही इस बार सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों को ही केंद्र बनाने के निर्देश हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालयों को भी सहमति से केंद्र बनाया जाएगा।
जिला विद्यालय निरीक्षक डा. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि जहां सामूहिक नकल कराने या प्रश्न पत्र आउट कराए जाने की शिकायतें पूर्व में रही हैं। निर्देशानुसार उन शिक्षण संस्थाओं को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। जहां पांच सौ या उससे अधिक परीक्षार्थियों के बैठने की क्षमता वाले विद्यालयों व महाविद्यालयों को ही केंद्र बनाया जाना है। बताया कि जल्द परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण करने के बाद केंद्रों में परिवर्तन की स्थिति में संशोधित परीक्षा केंद्रों की सूची परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव को भेजी जाएगी।